भारतीय लोकतंत्र साझेदारी की बुनियाद पर ही फला फूला : शिवानंद तिवारी

पटना (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। आज पटना के ग्रैंड प्लाजा में जंग ए आजादी के महान शहीदों अशफाकुल्लाह खान और रामप्रसाद बिस्मिल के शहादत दिवस पर “भारतीय लोकतंत्र और साझी संस्कृति” विषयक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।

काकोरी कांड के अमर शहीदों की याद में आयोजित आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने की।अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में श्री तिवारी ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र साझीदारी की बुनियाद पर ही फला फूला है। इस देश के लोकतंत्र को यहां रहनेवाले सभी जात-जमात के लोगों ने अपनी कुर्बानी देकर सशक्त किया है। हमारा सांविधान भी इस साझी संस्कृति को मजबूत करने की वकालत करता है।

हिंदी और भोजपुरी के कवि गोरख मस्ताना को सम्मानित करते हुए शिवानंद तिवारी, राम लखन रमन और काशिफ़ यूनुस
हिंदी और भोजपुरी के कवि गोरख मस्ताना को सम्मानित करते हुए शिवानंद तिवारी, राम लखन रमन और काशिफ़ यूनुस

इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व मंत्री राम लखन राम रमन ने कहा कि अशफा़कु़ल्लाह और रामप्रसाद जैसे क्रांतिवीरों की जिंदगी सौहार्द ,प्रेम और वतनपरस्ती का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण है।अपने समय की तमाम बाधाओं को, कुरीतियों को इनलोगों ने खत्म करते हुए देश की आजादी के लिए सर्वस्व कुर्बान कर दिया।आज इन शहीदों से हमें यह सीख लेनी होगी कि ये देश हर हाल में सुरक्षित रहना चाहिए और इसकी हिफाज़त तभी पूरी तरह होती रहेगी जब सब लोग एक साथ एकजुट रहेंगे।

अन्य वक्ताओं में समाज बचाओ आंदोलन के संयोजक मोहम्मद काशिफ यूनुस ने कहा कि सिर्फ चुनावी राजनीति से भारतीय लोकतंत्र और साझी संस्कृति को नहीं बचाया जा सकता है बल्कि समाज में जाकर इसके मूल्यों को बताना जरूरी है .

अन्य वक्ताओं में हसन इमाम, ताबिश हाशमी ने भी इन महान सपूतों की देन को याद किया और इनकी दूरदर्शिता, इनकी समझदारी और विद्वता की चर्चा की। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर काम करने वाले कई लोगों को सम्मानित भी किया गया। जिनमें नरेंद्र कुशवाहा, जावेद आलम, ज़ीशान, फ़ैयाज़, आसिफ, इरशाद आलम, सीमाब अख्तर, अंजनी चौबे जी प्रमुख रूप से शामिल रहे।कार्यक्रम का सफल संचालन मो. दानिश ने किया।