- गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी ड़ीएम और एसपी को दिए दिशा–निर्देश
पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित होने वाली इंटरमीडिएट और मैट्रिक परीक्षाओं की सभी तैयारियां पूरी की ली गयी है। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव और शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने सभी जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षकों को कदाचारमुक्त परीक्षा आयोजित करने की हिदायत दी है। डीएम और एसपी को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि इंटरमीडिएट की परीक्षा एक से 13 फरवरी तक चलेगी जबकि‚ मैट्रिक की परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक होगी।
कदाचार मुक्त परीक्षा को लेकर बिहार के सभी जिलों के एसपी और डीएम को पत्र लिखा गया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से परीक्षा के संचालन के लिए सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी और केंद्राधीक्षकों को भी कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये हैं। राज्य सरकार सरकार इस बार कदाचारमुक्त परीक्षा को लेकर भी आयोग अधिक गंभीर है। अब परीक्षा के दौरान कदाचार करते हुए अगर किसी को पकड़ा गया तो उसे 2 हजार रुपये का जुर्माना भरना होगा या फिर 6 महीने जेल की सजा होगी। जरूरत पड़ने पर दोनों सजा एक साथ भी हो सकती है। शिक्षा विभाग की ओर से जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को लिखे गए पत्र में यह कहा गया है कि संवेदनशील परीक्षा केंद्र पर नियमित पुलिस बल की तैनाती की जाये।
परीक्षा सेंटर के मुख्य स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाये और परीक्षा केंद्र के बाहर वीडियोग्राफी कराई जाये। परीक्षा के समय जिलों में फोटो स्टेट की दुकानों पर विशेष निगरानी रखी जाये। सरकार ने कहा है कि जिन परीक्षा केंद्रों पर कदाचार की सूचना मिलेगी‚ वहां की परीक्षा रद् कर दी जाएगी। कोरोना काल में भी बिहार बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा में रिकार्ड परीक्षार्थी शामिल होंगे।
पिछले साल के मुकाबले इस साल एक लाख 55 हजार 73 परीक्षार्थी बढ़ गये हैं। इस बार मैट्रिक परीक्षा में 16 लाख 84 हजार 466 परीक्षार्थी शामिल होंगे जबकि 2020 में 15 लाख 29 हजार 393 परीक्षार्थियों ने परीक्षा फर्म भरा था‚ इनमें से 14 लाख 94 हजार 771 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। इस बार परीक्षा को लेकर पूरे बिहार में 1525 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं। 2020 की मैट्रिक परीक्षा के लिए राज्यभर में 1368 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे। परिणाम भी मार्च के अंत तक घोषित कर दिया जाएगा।