हेलीकॉप्टर एवं ट्रैक्टर के बीच है किसान आंदोलन : कन्हैया कुमार

आंखों में आंख ड़ालकर झूठ बोलते हैं पीएम मोदीः योगेंद्र यादव

रोहतास (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। रोहतास जिले के खड़ारी उच्च विद्यालय के प्रांगण में सोमवार को किसान आंदोलन के समर्थन में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। अध्यक्षता बृजनदन सिंह एवं संचालन श्री राम राय ने की। महापंचायत के मुख्य अतिथि जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार के दबाने से किसान आंदोलन नहीं दब सकता। कन्हैया कुमार ने कहा कि तीनों कृषि बिल किसानों पर जबरन थोपा जा रहा है जबकि किसानों ने इसकी कभी भी मांग नहीं की है। किसान आंदोलन हेलीकॉप्टर एवं ट्रैक्टर के बीच का आंदोलन है। पीएम मोदी पर चुटकी लेते हुए कहा कि मोदी हेलीकॉप्टर से चलते हैं जबकि किसान ट्रैक्टर से खेती करते हैं।

कन्हैया ने कहा कि किसान आंदोलन देश को बचाने का आंदोलन है। मोदी ने चुनाव में वादा किया था कि सबका साथ सबका विकास करेंगे। लेकिन किसानों को एनएसपी का दाम नहीं मिल रहा है दूसरी तरफ किसानों को अपनी मीठी बातों से दिगभ्रमित भी कर रहे हैं। बिहार सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह २००६ से ही मंड़ी समाप्त है और फैक्स के माध्यम से खरीदारी की जा रही है। पैक्स अध्यक्षों द्वारा केवल अपने रिश्तेदारों का अनाज खरीदा जाता है। १८६८ रुपया किसानों से धान खरीदने के बाद १६८ कमीशन ले लिया जाता है। छोटे छोटे किसान पक्षों में अनाज देने से पूरी तरह वंचित रह जाते हैं। अपरोक्ष रूप से नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि जो सरकार २ डि़समिल गरीबों को जमीन उपलब्ध नहीं करा सकी वह किसानों को उचित मूल्य कहां से दिला देगी। बिहार में मंत्री से लेकर संतरी तक सभी घूसखोर हैं।

जनता लाचार है। मोदी सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कन्हैया ने कहा कि जो सांसद कृषि के बारे में बिल्कुल ही नहीं जानते हैं वहीं कृषि कानून बना रहे हैं। उसने बताया कि देश के कुल सांसदों में ड़ेढ़ सौ सांसद अरबपति हैं। वह किसानों के दर्द को क्या समझते हैं। तीनों .षि बिल कानून को काला कानून करार देते हुए चुनौती दिया की बिहार की धरती आंदोलन की जननी रही है। १९७४ में भी बिहार की धरती से हुआ आंदोलन में गद्दी पर बैठे पीएम को तख्तापलट कर दिया। आजादी की लड़ाई में भी बिहार की अहम भूमिका रही है। यह अभी आंदोलन बिहार से ही उठेगा और पीएम नरेंद्र मोदी को गद्दी से हटने पर मजबूर कर देगा।

वही स्वराज किसान आंदोलन के संस्थापक योगेंद्र यादव ने कहा कि देश को कौन बनाता है। उन्होंने अपने लहजे में कहा कि हिंदुस्तान को बिहार का मजदूर किसान बनाता है। यह की खेती को देखकर के प्रश्न चित्र योगेंद्र यादव ने कहा कि किसान का कटोरा कहे जाने वाले क्षेत्र के किसानों को एनएसपी का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बिचौलिए मालामाल हो रहे हैं एवं किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं। २४ मार्च को पटना में आहूत किसान आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया। यहा के किसान मजदूरों की चर्चा करते हुए कहां की बिहार के मजदूर देश के सभी कोने में मजदूरी करते देखे जाते हैं। इसका मतलब कि उन्हें यहां काम नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि एनएसपी का लाभ सिर्फ कागजों पर मिल रहा है। मोदी सरकार आंखों में आंख ड़ालकर सिर्फ झूठ बोलते हैं। कहा कि अब तक के प्रधानमंत्रियों में मोदी के जैसा झूठा प्रधानमंत्री नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि इस आंदोलन ने तीन चीज किसानों को दिलाया। आंदोलन से किसानों को आत्म सम्मान मिला राजनैतिक एहसास कराया एवं अभी दिखाया कि किसानों से पंगा लेना महंगा पड़ सकता है। श्री यादव ने कहा कि तीनों कानून मर चुका है। सरकार केवल दिखावा के लिए दी हुई है। सभी किसानों से आंदोलन में शरीक होने की अपील की। वक्ताओं में मुख्य रूप से पूर्व विधायक शिवपूजन सिंह यादव‚ पूर्व जिला पार्षद उषा सिंह‚ हरियाणा किसान नेता मनदीप धनवान‚ दिल्ली के दीपक जी‚ किसान सभा के प्रदेश महासचिव अशोक सिंह‚ रघुनाथ सिंह‚ महेंद्र प्रसाद गुप्ता जग नारायण प्रसाद गुप्ता पैक्स अध्यक्ष शरद चंद्र पप्पू गोवर्धन सिंह सुग्रीव राम रामचंद्र राम जानकी भगत भगत सिंह, अशोक सिंह, रविंद्र नाथ राय अनूप सिंह सहित कई लोग शामिल थे। स्वागत पैक्स अध्यक्ष शरद चंद पप्पू एवं गोवर्धन सिंह ने किया।