एनपीजीसी गेट पर विस्थापित किसान मजदूूर संघर्ष समिति का धरना 9वें दिन भी रहा जारी

नबीनगर(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। एनपीजीसी बिजली परियोजना प्रबंधन की कथित मनमानी के खिलाफ विस्थापित किसान मजदूूर संघर्ष समिति द्वारा परियोजना के मुख्य द्वार पर दिया जा रहा बेमियादी धरना बुधवार को नवें दिन भी जारी रहा।

https://liveindianews18.in/gang-rape-with-deaf-and-deaf-girl-in-madhubani/धरनार्थियों ने कहा कि औरंगाबाद जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद भी एनपीजीसी प्रबंधन के पदाधिकारियों ने तानाशाही रवैया अपनाएं हुए है। धरना में समिति के अध्यक्ष भीम सिंह, सचिव अरविंद सिंह, सदस्य प्रबल सिंह, भवानी सिंह, सरपंच धु्नी सिंह, यूपीएल कर्मी सचिन, राजू रंजन, अभिषेक, शेर बहादुर एवं अरविंद आदि शामिल रहे।

धरनार्थियों की मांगों में एनपीजीसी परियोजना में यूपीएल के असाइनमेंट के तहत कार्य रहें सर्पोटिंग स्टाफ को सामान्य ठेकेदारी थर्ड पार्टी काॅंट्रैक्ट में नहीं डालने, यूपीएल असाईनमेंट के तहत कार्य कर रहे सर्पाेटिंग स्टाफ को पूर्व की भांति सभी तरह की सुविधा देने, इएसआइसी की सुविधा लागू करने, ग्रेच्यूटी का लाभ देने, न्यूनत्तम दर पर टाउनशीप में रहने की व्यवस्था करने, सपोर्टिंग स्टाफ का असाईमेंट समाप्त करने या कार्य से निकालने से पहले उसे नोटिस देने, शिकायतों की जांच कमिटी बनाकर कराने, जांच में गलती पाए जाने पर दो से तीन नोटिस देने के बाद टर्मिनेट करने, परियोजना में कार्य कर रहे किसी भी एजेंसी एवं एनटीपीसी-एनपीजीसी के साथ एक बांड भरकर किसी भी रूप में परियोजना में कार्य कर रहे किसी कर्मी को एजेंसी द्वारा कम सैलरी में डाले जाने पर उस राशि का भरपाई एनपीजीसी के द्वारा किये जाने का प्रावधान करने, यूपीएल असाईनमेंट के तहत कार्य कर रहे सर्पोटिंग स्टाफ को अन्य एजंेसियों के तरह परियोजना के एच टाईप कार्यालय तक आने-जाने के लिए व्यक्तिगत वाहन का गेट पास देने, उच्च क्वालिटी का पहचान पत्र देने, मेडिकल सुविधा में पारदर्शिता, किसी भी तरह की सूचना ईमेल या मैसेज द्वारा ससमय देने की मांग शामिल है।