बिहार के अंदर किसानों के आंदोलन में अहम भूमिका निभाते रही है सीपीआई : रामनरेश पांडेय

शेखपुरा(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। शेखपुरा जिला के सी पी आई कार्यालय कार्यानंद शर्मा भवन, लोकनाथ आजाद पथ, स्टेशन रोड में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के अंदर छात्र नौजवान मजदूर-किसान की हालत नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के गलत नीतियों की वजह से बद से बदतर होते जा रही है। इन्होंने जो वादा किया वह पूरा तो नहीं ही की है साथ ही साथ ऊपर से तीन काला कानून बिना संसद में बहस किए पास कर दिए। जबकि भारतीय किसानों को देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहा जाता है, यह किसान देश का वह बेटा है जो सभी को भरपेट खाना खिला कर खुद अपना पेट दहकते अंगारों से भरता है।

प्रेस वार्ता करते सीपीआई के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय व जिला सचिव प्रभात कुमार पांडेय।
प्रेस वार्ता करते सीपीआई के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय व जिला सचिव प्रभात कुमार पांडेय।

जग जाहिर है कि यह तीन काला कानून ना सिर्फ किसानों के हितों के खिलाफ है, बल्कि पूरे तौर पर वह कानून बड़े पूंजी पतियों और व्यापारियों के हितों के लिए समर्पित है। यही कारण है कि देश के कोने-कोने से आए लाखों किसानों ने पिछले 3 महीनों से लगातार देश की राजधानी दिल्ली में डेरा डालकर तीनों काले कानूनों को रद्द करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी पूरे देश में अनिवार्य करने की मांग कर रहे हैं। जिस के समर्थन में बिहार के अंदर भी 26 नवंबर से ही लगातार किसानों के हितों को देखते हुए आंदोलन किया जा रहा है। सीपीआई भी बिहार के अंदर किसानों के आंदोलन में अहम भूमिका निभाते रही हैं।

आगे 24 मार्च को विधानसभा घेराव बिहार राज्य किसान सभा और बिहार राज्य खेत यूनियन संयुक्त रुप से कर रही है भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पूरी ताकत के साथ इस आंदोलन के समर्थन कर रही है, उसी के आंदोलन की तैयारी के क्रम में आज शेखपुरा में भी आए हुए हैं।

सीपीआई जिला सचिव प्रभात कुमार पांडेय ने कहा कि शेखपुरा मे 17 मार्च को चेवारा में विशाल किसान महापंचायत लगाया गया है। जिसमें तय हुआ है कि शेखपुरा के गांव-गांव से बड़ी संख्या में किसान मजदूर 23 मार्च को हावड़ा गया एक्सप्रेस पकड़कर पटना विधानसभा मार्च के लिए प्रस्थान करेंगे। इस मौके पर जिला के नेता शिवबालक सिंह चंद्रभूषण प्रसाद केदार राम आनंदी प्रसाद सिंह धर्मराज कुमार धनंजय पांडेय वीरेंद्र पांडेय अनिल रविदास समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।