औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। अंग्रेजी के प्रख्यात विद्वान औरंगाबाद प्रखंड के रामपुर निवासी अवकाश प्राप्त शिक्षक राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन पर समाजसेवियों एवं ग्रामीणों ने गहरा शोक व्यक्त किया।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष तथा ग्रामीण पुरुषोत्तम कुमार सिंह शोक व्यक्त करते हुए कहा कि स्वर्गीय सिंह 1959 से 1995 तक लगातार राजर्षि विद्या मंदिर, औरंगाबाद में शिक्षक के पद पर कार्यरत रहे तथा 1996 से 1998 तक सरता उच्च विद्यालय, जहानाबाद में शिक्षा का अलख जगाया। 84 साल की उम्र में उनका देहांत झारखंड के टाटा शहर में हो गया। तत्पश्चात उनके निधन के बाद उनके अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को पैतृक गांव रामपुर लाया गया तथा उनका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट वाराणसी में किया गया। वे अपने पीछे एक पुत्र व तीन पुत्रियों सहित पूरा भरा पूरा परिवार छोड़ कर चले गए। शिक्षा जगत को उन्होंने अपना महत्वपूर्ण काफी योगदान दिया।
शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य किए। साथ ही सामाजिक स्तर पर भी वह हमेशा तत्पर रहने वाले इंसान थे। समाज को भी उन्होंने अपनी जीवन की महत्ताएं दी। एक शिक्षक के रूप में उन्होंने शैक्षणिक कार्य के साथ-साथ सामाजिक कार्य में भी अपना उत्कृष्ट योगदान दिया। उनके निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में ग्रामीण पुरुषोत्तम कुमार सिंह, कमलेश सिंह, नर्मदेश्वर मिश्र, बृजेंद्र कुमार मिश्रा, नागेंद्र सिंह, परशुराम सिंह, गुलाबचंद साव, सत्येंद्र कुमार सिंह, सुदामा पासवान, रामाशीष राम, छोटू कुमार, मधेश्वर चंद्रवंशी, मथुरा साव, वीरेंद्र कुमार सिंह, रामाधार सिंह एवं कृष्णा पासवान सहित अन्य लोगों ने शोक व्यक्त किया।