औरंगाबाद में बीपीएससी 66वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का पर्चा लीक!, भारी बवाल के बीच वाकआउट

बीएल इंडो स्कूल परीक्षा केंद्र का मामला, 900 परीक्षार्थियों ने नही दी परीक्षा

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद में रविवार को बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी) की 66वीं प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। करीब 900 परीक्षार्थियों ने भारी हंगामा मचाते हुए परीक्षा का वाकआउट किया। जोरदार हंगामे के बीच परीक्षा का बहिष्कार करने वाले सभी परीक्षार्थी मुजफ्फरपुर, बांका, पश्चिम चम्पारण एवं अन्य जिलों के है।

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बीपीएससी द्वारा तय की गई समय सीमा 12 बजे के एक घंटे पहले परीक्षा देने आये परीक्षार्थियों ने शहर के कुल 18 परीक्षा केंद्रों पर रिपोर्ट की। परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र के अंदर कक्ष में गये और स्थान ग्रहण किया। इसी दौरान औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में खैरी स्थित बीएल इंडो स्कूल परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों ने भारी बवाल काटा। परीक्षार्थियों का आरोप है कि परीक्षा आरंभ होने के निर्धारित समय 12 बजे तक उन्हे ओएमआर शीट नही दिया गया। आधें घंटे विलम्ब से 12.30 बजे उन्हे ओएमआर शीट दिया गया, जो सील पैक नही था। केंद्राधीक्षक कक्ष में ओएमआर शीट का पहले ही सील खोल दिया गया था। इस समय तक उन्हे प्रश्न पत्र दे दिया जाना चाहिए था, जो नही दिया गया। प्रश्न पत्र कंटिन्यू नही था बल्कि डिसेंडिंग आर्डर में था।

परीक्षार्थियों से घिरे डीएम

इसे लेकर परीक्षार्थी आक्रोशित हो गये और परीक्षा का पर्चा लीक होने का आरोप लगाते हुए परीक्षा कक्ष से बाहर निकल कर परीक्षा केंद्र परिसर में ही बवाल और हंगामा करने लगे। परीक्षार्थियों ने कहा कि हम लोगों के सामने प्रश्न पत्र को नहीं खोला गया है बल्कि प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र में आने से पहले लीक हो गया है। परीक्षार्थियों ने सीधा आरोप लगाया कि पर्चा लीक हुआ है और वे परीक्षा नही देंगे।

हंगामा करते परीक्षार्थी

परीक्षार्थियों के हंगामा की सूचना मिलते ही औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, जिला परिवहन पदाधिकारी अनील कुमार सिंहा, एएसपी अभियान, जिला शिक्षा पदाधिकारी, औरंगाबाद के एसडीओ डाॅ. प्रदीप कुमार, एसडीपीओ अनूप कुमार, वरीय उप समाहर्ता मनोज कुमार, औरंगाबाद मुफ्फसिल थानाध्यक्ष सहित जिले के तमाम पदाधिकारी आनन-फानन में भारी मात्रा में पुलिस बलों के साथ बीएल इंडो स्कूल परीक्षा केंद्र पहुंचे। हंगामा कर रहे परीक्षार्थियों को समझाने बुझाने का प्रयास किया। हालांकि परीक्षार्थियों ने किसी भी अधिकारी की बात नहीं मानी और वे परीक्षा आकआउट करने के अपने निर्णय पर डटे रहे। इतना तक कि परीक्षार्थियों के बीच घिरे डीएम ने परीक्षार्थियों को परीक्षा के लिए निर्धारित दो घंटा समय पूरा-पूरा देने का आश्वासन देते हुए परीक्षा कक्ष में जाने की अपील की लेकिन परीक्षार्थियों ने उनकी एक नही सुनी। परीक्षार्थी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर लगातार हंगामा करते रहे। इस बीच परीक्षा की निर्धारित अवधि दो बजे का समय पूरा हो गया। इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र से बाहर कर दिया गया।

तैनात पुलिस

इसके बावजूद डीएम ने परीक्षार्थियों को आश्वस्त किया कि उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। डीएम ने कहा कि कहा भ्रम पैदा हुआ या गड़बड़ी हुई, इसकी जांच कराई जा रही है। जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया है, जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई होगी। बीपीएससी को भी इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। इस बीच जिला प्रशासन की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी कृष्णा कुमार ने कहा है कि जिला नियंत्रण कक्ष को 12.06 पर सूचना प्राप्त हुई कि बीएल इंडो स्कूल में कुछ बच्चें हंगामा कर रहे है और बाहर निकलने का प्रयास कर रहे है। इस सूचना पर अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने वहां पहुंचकर परीक्षार्थियों से बात की। परीक्षार्थियों का कहना था कि उन्हें प्रश्न पत्र 12.30 बजे दिया गया है और सील हटाने से पहले उन्हें जानकारी नही दी गई है। उन्हें लगता है कि पेपर आउट हुआ है। केंद्राधीक्षक से इस बात की जानकारी ली गई तो उनके द्वारा विलम्ब से इंकार किया गया। वहां उपस्थित औरंगाबाद के अंचल अधिकारी द्वारा बताया गया है कि विद्यार्थियों द्वारा हंगामा 12 बजे से पहले ही प्रारंभ कर दिया गया था और इसकी सूचना तुरंत गश्ती दल को दे दी गई थी। विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास किया गया एवं जिलाधिकारी ने भी वहां पहुंचकर उन्हें समझाने का प्रयास किया और अतिरिक्त समय देने की घोषणा की। अंत मे विद्यार्थियों के द्वारा दिये गये लिखित आवेदन के आलोक में अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में त्रि-सदस्यीय समिति को पूरे मामले की जांच के लिए रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। ऐसे में देखना यह है कि परीक्षार्थियों द्वारा लगाये गये पर्चा लीक के आरोपों और जिला प्रशासन की सफाई के बीच बीपीएससी द्वारा क्या निर्णय लिया जाता है। परीक्षा रद्द होगा या नही इसे लेकर परीक्षार्थियों की निगाहे अब बीपीएससी की ओर टिकी है।