छात्र-युवा आंदोलन का केंद्र रहा है बिहार : डी राजा

  • एआईएसएफ नेता की श्रद्धांजलि सह संकल्प सभा में कन्हैया कुमार, डी. राजा, अमरजीत कौर, एनी राजा ने किया शिरकत
  • सजग सिंह के निधन को बताया अपूरणीय क्षति

पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। एआईएसएफ के राज्य कार्यकरिणी सदस्य एवं बेगूसराय के जिलाध्यक्ष सजग सिंह के याद में आयोजित श्रद्धांजलि सह संकल्प सभा में मौजूद वक्ताओं ने सजग सिंह के सड़क दुर्घटना में असामयिक निधन को अपूरणीय क्षति बताया।

एआईएसएफ के तत्वावधान में आज राज्य के विभिन्न ज़िलों में श्रधंजलि सह संकल्प सभा मनाया गया। पटना में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मौजूद सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड डी राजा ने कहा कि खासकर बिहार छात्र-युवा आंदोलनों का केन्द्र रहा है, बिहार की जमीन ने छात्र आंदोलन के रास्ते कम्युनिस्ट आंदोलन के नेतृत्व की फेहरिस्त दी है।

एआईएसएफ से ही निकलकर आज कन्हैया कुमार पूरे देश में छात्र आंदोलन के प्रतीक के रूप में सामने हैं। सजग के निधन से अपूरणीय क्षति हुई है। सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव एवं एटक महासचिव अमरजीत कौर ने कहा कि सजग के निधन से भावी मजदूर आंदोलन का एक नेतृत्वकर्ता हमलोगों ने खोया है। उन्होंने सजग के जीवनवृत्त पर एक पुस्तिका जारी करने का सुझाव दिया। छात्र आंदोलन के रास्ते मजदूर आंदोलन को नेतृत्वकर्ताओं की फौज समय- समय पर मिली है। वो खुद भी एआईएसएफ के माध्यम से आई हैं, इस कारण भी छात्र आंदोलन एवं मजदूर आंदोलन के बीच गहरे रिश्ते को समझती हैं।


जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं सीपीआई के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कन्हैया कुमार ने कहा कि ये काफी दुखद पल है। हमलोगों ने एक ऐसे साथी को असमय खोया है जिससे भविष्य की बहुत सारी उम्मीदें जुड़ी हुई थी। बेगूसराय व बिहार के छात्र आंदोलन व भविष्य के उभरते आंदोलन को एक बड़ा नुकसान हुआ है। साथी सजग की पिछले साल ही शादी हुई थी और कुछ दिन पहले ही एक बच्चे का जन्म हुआ था उसके परिवार और बच्चे को संभालना एक बड़ा महत्वपूर्ण कार्य है।

सीपीआई नेत्री एवं एनएफआईडब्लू की राष्ट्रीय महासचिव एनी राजा ने कहा कि केरल में सबसे कम उम्र की मेयर एवं उप मेयर बनाकर कम्युनिस्ट पार्टी ने देश को एक बड़ा सन्देश दिया है। आधी आबादी के संघर्ष को सशक्त बनाने में छात्र आंदोलन की महती भूमिका रही है और हमारे लिए छात्र आंदोलन से निकल एक एक साथी काफी महत्वपूर्ण है। सीपीआई के प्रभारी राज्यसचिव एवं पूर्व विधायक राम नरेश पाण्डेय ने कहा कि बिहार में एआईएसएफ एक प्रतिरोध के स्वर के रूप में जाना जाता है जिसने समय-समय पर सत्ता एवं सरकार से लोहा लिया है। सजग के निधन से न केवल एआईएसएफ वरन सीपीआई को भी बड़ा आघात पहुंचा है। एआईफुक्टो कि राष्ट्रीय महासचिव अरुण कुमार ने कहा कि साथी सजग का योगदान शिक्षक आंदोलन को भी सशक्त बनाने में रहा है और हमलोगों ने असमय एक महत्वपूर्ण साथी को खोया है।


एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि साथी सजग के निधन से बिहार एआईएसएफ को गहरा सदमा लगा है, साथी सजग एक बेहतर संगठनकर्ता जो हर साथी से प्रत्यक्ष जुड़े हुए थे ऐसा बहुत ही कम होता है। इस दौरान एसएफआई के राज्य सचिव मुकुल राज एवं एआईडीएसो के राज्य उपाध्यक्ष निकोलाई शर्मा ने भी एकजुटता जाहिर की। अध्यक्षता एआईएसएफ के पटना जिलासचिव जन्मेजय कुमार ने किया।
मौके पर मौजूद सीपीआई के राज्यसचिवमंडल सदस्य ओम प्रकाश नारायण, प्रमोद प्रभाकर, विजय नारायण मिश्र, एटक के राज्य अध्यक्ष अजय कुमार, रवीन्द्र नाथ राय, अखिलेश कुमार, अशोक कुमार सिन्हा, अमरनाथ कुमार, हरदेव ठाकुर, सुभाष पासवान, रजनीकांत कुमार, सुशील उमाराज, अक्षय कुमार, राहुल कुमार, पुष्पेन्द्र कुमार, मनीष कुमार, धनंजय कुमार, मिंटू सिंह, राकेश कुमार, संदीप कुमार, सन्तोष कुमार, सरोज कुमार, अनमोल कुमार, दिलीप कुमार, पप्पू कुमार, सुजीत कुमार, तौसीक आलम, महेश रजक सहित सैकड़ों साथियों ने अपने प्रिय साथी को पुष्प अर्पित कर अपनी संवेदना प्रकट किया।