औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह ने प्रस्तावित औरंगाबाद-बिहटा रेल लाईन को धरातल पर उतारे जाने की मांग की है।
श्री सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में नियम 377 के तहत इस मामला उठाते हुए कहा कि पूर्व मध्य रेल के अंतर्गत वर्ष 2007 में 326 करोड़ रूपए की लागत से बिहटा-औरंगाबाद नई रेल परियोजना की स्वीकृति प्रदान की गई I इस परियोजना का कार्य 2011-12 में पूरा किया जाना था। परियोजना से पटना, अरवल, जहानाबाद और औरंगाबाद की जनता लाभान्वित होगी। इस क्षेत्र का अधिकांश भाग अति पिछड़ा और एलडब्ल्यूई. के अधीन है। परियोजना के लिए कई बार सर्वेक्षण हुआ और किसानों को भूमि अधिग्रहण के लिए नोटिस भी जारी किया गया। अब परियोजना की प्राक्कलन राशि 326 करोड़ रूपये से बढ़कर 2800 करोड़ रूपए हो गई है।
अधिकारियों की उदासीनता के कारण प्राक्कलन राशि में काफी वृद्धि हो गई है और इस पिछड़े क्षेत्र की जनता को विकास योजना से वंचित करने का कार्य किया गया। उनका आग्रह है कि बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना का कार्य शीघ्र पूरा कराने हेतु तत्काल कदम उठाया जाए क्योकि गया-औरंगाबाद झारखंड राज्य के चतरा, हजारीबाग आदि उग्रवाद प्रभावित जिलों से सटे है। वर्षों से स्थानीय लोगों की मांग है कि उग्रवाद प्रभावित इस क्षेत्र में गया, शेरघाटी, बांके बाजार, इमामगंज, डुमरिया होते हुए झारखंड में डाल्टेनगंज को रेल सेवा से जोड़ा जाए। रेल सेवा का यह विस्तार बेहतर स्थानीय संपर्क के साथ उग्रवाद नियंत्रण में उपयोगी होगा।