नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने राजधानी के विभिन्न छठ घाटों का किया निरीक्षण, दिए ये निर्देश

  • प्रधान सचिव ने विभिन्न छठ घाटों पर पूजा हेतु की जा रही आवश्यक तैयारियों की वस्तुस्थिति देखी
  • कलेक्ट्रेट और महेंद्रू घाट के पहुँच पथ पर लगा है काफी पानी-इन पर छठ पूजा आयोजन को लेकर अंतिम निर्णय शनिवार को निरीक्षण के बाद लिया जाएगा
  • सात नवम्बर तक हर हाल में सभी घाटों पर पार्किंग, वॉच टावर, लाईटिंग, चेंजिंग रूम, शौचालय इत्यादि पूरा करने के दिए निदेश
  • सभी घाटों पर सात नवम्बर तक बैरिकेडिंग पूर्ण करने के दिए निदेश
  • जिला पदाधिकारी, नगर आयुक्त, सिंचाई तथा अन्य संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को तैयारियों को अंतिम रूप देने के दिए गए निदेश

पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने छठ पूजा की तैयारियों को अंतिम रूप देने हेतु शुक्रवार को राजधानी के विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया। इसी क्रम में प्रधान सचिव ने विभिन्न छठ घाटों पर पूजा हेतु की जा रही आवश्यक तैयारियों की वस्तुस्थिति देखी। उन्होंने सिंचाई विभाग के पदाधिकारियों से गंगा के जलस्तर की दैनिक प्रगति रिपोर्ट मांगी। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने प्रधान सचिव को जानकारी देते हुए बताया कि विगत कुछ दिनों से गंगा का जलस्तर प्रत्येक दिन एक फिट के हिसाब से घट रहा है। पिछले पांच सालों में गंगा में इतना पानी पूर्व में नहीं देखा गया है। इसके कारण कलेक्ट्रेट और महेंद्रू घाट पर पानी बहुत अधिक देखने को मिल रहा है।

प्रधान सचिव ने महेंद्रू घाट पर पीपा पुल के निर्माण की वस्तुस्थिति देखी। महेंद्रू घाट पर नगर निगम के अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी कि यहां पीपा पुल का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन आगे घाट के पहुँच पथ वाले रास्ते में पानी अभी काफी अधिक है। इस वजह से घाट तक इन दोनों रास्तों के माध्यम से पहुँचने में समस्या आने की संभावना है। इसके अतिरिक्त आने वाले दिनों में दलदल और पांक भी हटाए जाएंगे। ऐसी परिस्थिति में इन दोनों घाटों पर पहुँचने के लिए बाँस घाट वाले रास्ते को ही वर्तमान में बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है, किन्तु इस रास्ते से इन दोनों घाटों की दूरी अपेक्षाकृत ज्यादा होगी।

प्रधान सचिव ने पटना के जिला पदाधिकारी, नगर आयुक्त तथा अन्य संबंधित पदाधिकारियों को छठ घाटों पर तैयारियों हेतु आवश्यक निदेश दिए। प्रधान सचिव ने निरीक्षण के दौरान विगत दिनों गंगा का जलस्तर कम होने के कारण पैदा हुए दलदल की स्थिति भी देखी और कहा कि इन दोनों घाटों पर छठ पूजा के आयोजन के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा शनिवार को स्थल निरीक्षण के उपरांत अंतिम फैसला लिया जाएगा।
नगर आयुक्त, पटना हिमांशु शर्मा ने प्रधान सचिव को बताया कि विकल्प के तौर पर बांसघाट से हम सभी छठव्रतियों को कलेक्ट्रेट घाट तक पहुंचा सकते हैं। प्रधान सचिव ने नगर आयुक्त को इसे लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने का निदेश दिया।

प्रधान सचिव आनंद किशोर ने इसके उपरांत वंशी घाट, काली घाट और एनआइटी सहित अन्य घाटों का भी निरीक्षण किया। इन घाटों पर जैसे-जैसे पानी का स्तर कम होता जा रहा है-वैसे वैसे नई सीढ़ियों को साफ करके गाद हटाया जा रहा है। प्रधान सचिव ने इन सभी घाटों की साफ-सफाई और अन्य सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने में तेजी लाने के निदेश दिए। एनआइटी घाट पर कार्यपालक अभियंता ने प्रधान सचिव को बताया कि बालू के बैग सभी घाट पर रख दिए गए हैं।

प्रधान सचिव ने सात नवंबर तक सभी घाटों पर बैरिकेडिंग का काम पूर्ण करने का निदेश दिया। प्रधान सचिव ने कहा कि सात नवंबर तक हर हाल में सभी घाटों पर साइनबोर्ड, बैरिकेडिंग, चेंजिंग रूम, शौचालय आदि का निर्माण पूरा कर लिया जाए। प्रधान सचिव ने कहा कि छठ पूजा में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पदाधिकारीगण पूरी तरह सजग होकर पूजा की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट जाएं। निरीक्षण में जिला पदाधिकारी, पटना डॉ चंद्रशेखर सिंह, नगर आयुक्त पटना हिमांशु शर्मा, अपर नगर आयुक्त श्रीमति शीला इरानी, प्रधान सचिव के विशेष कार्य प्रभात भूषण, विभिन्न अंचलों के कार्यपालक पदाधिकारी और प्रमंडलों के कार्यपालक अभियंता सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

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