औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। कारोना वैक्सिन को लेकर दुष्प्रचार के बीच आम अवाम में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने की पहल करते हुए बिहार के औरंगाबाद जिले के हसपुरा प्रखंड के अमझरशरीफ स्थित विश्व प्रसिद्ध सैयदना दरगाह के जांनशीन, धर्मगुरु सरजमीने हिन्द मदरसा फैजाने सैयदना रूकय्या लिल्बनात के संस्थापक ईमामे मिल्लत हजरत अल्लामा मुफ्ती सैयद असगर ईमाम कादरी ने बुधवार को अपने दो पुत्रियों और पत्नी के साथ कोरोना वैक्सिन की पहली डोज ली।
इस मौके पर ईमामे मिल्लत ने अपने समस्त अनुयायियों को भी कोरोना की डोज लेने के लिए प्रेरित किया। उनके निर्देश पर बिहार के कई जिलों में उनके अनुयायियों ने भी करोना की डोज ली। साथ ही हजारों की संख्या में झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, बंगाल और महाराष्ट्र में भी उनके मानने वालों ने उत्साहित होकर उनके निर्देश पर कोरोना की डोज ली। इस दौरान उनके किसी भी मानने वाले को कोरोना की वैक्सीन से कोई हानि नहीं पहुंची।
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इस मौके पर उन्होने कहा कि वैक्सीन लेने से बिल्कुल विचलित न हों। अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें बल्कि वैकसीन लेकर अपने और अपने परिवार वालों के जीवन को सुरक्षित करे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पहले कोरोना टेस्ट कराए और रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही कोरोना की डोज लें। उन्होंने ने इस बात पर भी खुशी जताई कि हमारे देश के वैज्ञानिक इस काबिल हैं कि उन्होंने वैक्सीन का निर्माण भारत में ही किया है और हमें गर्व है कि हम अपने देश की बनी हुई वैक्सीन लगवा रहें हैं, जो शत प्रतिशत सुरक्षित है। इस अवसर पर फैजाने सैयदना के सचिव खान ईमरोज, समाजसेवी सल्लू खान, फैजाने सैयदना के संचालक हजरत सैयद अहमद कादरी अजहरी तथा हाफिज गुलाम रसूल आदि भी उपस्थित थे।