मधुबनी के खुटौना में तूल पकड़ने लगा है अवैध नर्सिंग होम का मामला

मधुबनी (गोपाल कुमार)। मधुबनी जिले के खुटौना प्रखंड में संचालित अवैध नर्सिंग होम का मामला एक बार फिर तूल पकड़ने लगा है। सिविल सर्जन ने पत्रांक – 3274 दिनांक 11 दिसम्बर 2019 के द्वारा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को प्रखंड में संचालित नर्सिंग होम तथा पैथोलोजिकल जांच केन्द्रों की जांच का निर्देश दिया था।

Nursing Home Caricature

इसकी जांच करके प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा वीएम केसरी ने सिविल सर्जन को पत्रांक – 41 दिनांक 13 जनवरी 2020 के द्वारा राज हेल्थ केयर सेन्टर खुटौना, उज्जवल क्लिनिक खुटौना, ओम डायग्नोस्टिक सेन्टर एवं डिजिटल एक्स-रे खुटौना तथा मनोरमा जांच घर लौकहा सहित इस तरह के कुल 16 संस्थानों के खिलाफ सीएस को रिपोर्ट भेजी थी और बताया था कि ये सभी संस्थान गैर मानक के अनुसार संचालित किये जा रहे हैं। बीडीओ, सीओ, थाना प्रभारी तथा चिकित्सा पदाधिकारी की टीम के जून 2020 के भौतिक सत्यापन के दौरान कृष्णा नर्सिंग होम और अल शिफा क्लिनिक को सील भी किया गया था । लेकिन कुछ दिनों बाद ही फिर से सील किये गये क्लिनिक समेत अन्य सभी क्लिनिक, अल्ट्रासाउंड सेन्टर तथा पैथो लैब बदस्तूर संचालित हैं।

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का कहना है कि वे बीडीओ और थाना प्रभारी को इन संस्थानों को बंद करवाने के लिए प्रशासनिक मदद मांग चुके हैं । लेकिन अब तक मिल नहीं पायी है । खुटौना बाज़ार के समाजसेवी मंजूर आलम के नेतृत्व में नरेश पासवान, जिप उपाध्यक्ष मो मेराज आलम, पंस सदस्य वीणा देवी, पूर्व मुखिया शम्भू प्रसाद सल्हैता, राजद प्रखंड अध्यक्ष शरीफ अंसारी और रामचन्द्र कामत सहित दर्जनों लोगों के हस्ताक्षरों से डीएम, सीएस एवं स्वास्थ्य मंत्री समेत कई उच्च अधिकारियों से इन अवैध संस्थानों को तुरत बंद करवाने का अनुरोध किया गया है।

शिकायत में बिना किसी विशेषज्ञ डाक्टरों के ही प्रसव करवाकर लोगों की जान से खेले जाने तथा आर्थिक शोषण किये जाने की बात बतायी गयी है । समाजसेवी श्री आलम के अनुसार इन संस्थानों को बंद नहीं किये जाने की स्थिति में चरणबद्ध आन्दोलन किया जाएगा। उधर बीडीओ आलोक कुमार का कहना है कि वे जल्द ही इन अवैध संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई का मन बना रहे हैं ।