- आगामी दस फरवरी से आशा दीदी घर- घर जाकर खिलाएंगी फाइलेरिया रोधी दवा
- औरंगाबाद में 26 लाख से अधिक लोगों को खिलाई जाएगी फाइलेरिया रोधी दवा
औरंगाबाद। फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है। यह जानलेवा तो नहीं है। लेकिन हाथीपांव से ग्रसित व्यक्ति को अपंग बना देता है। इस बीमारी के उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग कृतसंकल्पित है। इस मुहिम के तहत सरकार प्रतिवर्ष 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन अभियान (आइडीए) अभियान चलाती है। जो आगामी 27 फरवरी तक चलेगा।
आशा दीदी घर-घर जाकर खिलाएंगी दवा
इस अभियान के तहत जिले में आगामी 10 से लेकर 27 फरवरी तक आशा दीदी घर-घर जाकर स्वस्थ लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाएंगी। इस बार औरंगाबाद जिला के सभी प्रखंडों में 26, 26, 572 स्वस्थ लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया जाएगा।
जन-जागरूकता से ही फाइलेरिया बीमारी का होगा उन्मूलन
फाइलेरिया बीमारी के उन्मूलन में जन-जागरूकता काफी जरूरी है। इसके लिए सोशल मोबलाइजर से लेकर पेशेंट प्लेटफार्म के सदस्य आमजनों के साथ सामुदायिक बैठक कर लोगों को जागरूक करने में काफी सशक्त भूमिका निभा रहे हैं। इसी अभियान के तहत शुक्रवार को औरंगाबाद बाद सदर बाजार स्थित जमा मस्जिद में सदर अस्पताल के फाइलेरिया विभाग के स्वास्थ्य कर्मी सह पेशेंट प्लेटफार्म के सदस्य संजय कुमार गुप्ता ने जुम्मे की नमाज अदा करने पहुंचे मुस्लिम भाइयों को फ्लिपबुक के माध्यम से सर्वजन दवा सेवन के न सिर्फ जागरूक किए। बल्कि उन्होंने सभी मुस्लिम भाइयों से अपील की कि आगामी दस फरवरी से आशा दीदी के द्वारा खिलायी जाने वाली फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कर अपने जिले को से फाइलेरिया बीमारी के उन्मूलन में सकारात्मक भूमिका निभाएं।