पटना (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर आज बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर किसान संगठनों व विपक्षी दलों ने धरना-प्रदर्शन व अनशन किया। राजधानी पटना में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर आज समाहरणालय पर किसान नेताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन से पूर्व पटना में बुद्ध स्मृति पार्क से किसानों का कारवां दोपहर 12 बजे जमा होकर डाकबंगला चौराहा, आकाशवाणी होते हुए समाहरणालय पहुंचा। किसानों ने समाहरणालय को पूरी तरह घेर लिया। केंद्र व राज्य सरकार के किसान विराेधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने तीनों किसान विरोधी कानून रद्द, एमएसपी की गारंटी करो, कृषि मंत्री इस्तीफा दो के नारे लगा रहे थे।
प्रदर्शन का नेतृत्व बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन माेहन झा, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, सीपीएम के गणेश शंकर सिंह आदि ने किया। आंदोलनकारी नेताओं ने कहा कि जबतक सरकार किसान व कृषि विरोधी तीनों काले कानून को वापस नहीं लेगी तबतक आंदोलन जारी रहेगा। देशभर के किसान अब आंदोलित हो गए हैं। वे अपना हक लेकर रहेंगे। बिहार में भी किसान आंदोलन को और तेज कर सरकार को कानून वापस लेने के लिए मजबूर कर दिया जाएगा।
विगत 2 महीनों से 6 दौर की लंबी वार्ता की प्रक्रिया में किसानों ने तर्कपूर्ण ढंग से किसान विरोधी तीनों काला कानून की सभी खामियां गिनाई। वार्ता में शामिल सरकार के मुलाजिम और मंत्रियों ने भी उन खामियों को स्वीकार किया। फिर भी तीनों कानूनों को वापस नहीं लेने की जीद पर सरकार अडी हुई है। सभी किसान संगठनों ने एक स्वर से कहा कि तीनों काला कानून सरकार वापस ले, फिर व्यापक चर्चा के आधार पर नए कानून पर विचार विमर्श किया जाए। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार इस गफलत में नहीं रहे कि सिर्फ दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसान ही कानून का विरोध कर रहे हैं।
आज उन किसानों के साथ अपनी सहमति और एकजुटता व्यक्त करने हेतु करोड़ों किसान सड़कों पर उतरकर सरकार को चेतावनी देने आए हैं कि सरकार अपनी बचकाना जिद छोड़ कर किसानों के हित में एवं देश हित में हमारी मांगों को अविलंब स्वीकार करें और किसान विरोधी तीनों काला कानून एवं बिजली बिल तथा पराली जलाने पर किसानों पर भारी जुर्माना और जेल भेजने का कानून अविलंब वापस ले वरना संपूर्ण भारत के किसान दिल्ली कूच करने को मजबूर होंगे। उक्त बातें आज बुद्ध स्मृति पार्क, पटना में आयोजित सभा में वक्ताओं ने व्यक्त की।
सभा को बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह, बिहार राज्य किसान सभा जमाल रोड के महासचिव विनोद कुमार, ऑल इंडिया किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिव सागर शर्मा, किसान नेता विधायक अजीत शर्मा, औरंगाबाद से कांग्रेस विधायक आनंद शंकर सिंह, वी. वी.सिंह, अमेरिका महतो, कल्लू सिंह, इंद्र देव राय, बाल गोविंद सिंह , ऋषि आनंद, जवाहर निराला आदि ने संबोधित किया।
सभा की अध्यक्षता राम जीवन सिंह, कृपा ना. सिंह एवं सोनेलाल प्रसाद की संयुक्त अध्यक्ष मंडली ने की। जिला समाहरणालय के समक्ष आयोजित सभा को सीटू के नेता गणेश शंकर सिंह एटक नेता गजनफर नवाब ,एक्टू के नेता आर एन ठाकुर और ए. आई. यू टी यू सी के नेता जितेंद्र सूर्य कर ने संबोधित किया। इस अवसर पर बिहार के सभी जिलों में बड़ी संख्या में किसान सड़कों पर उतर कर रैलियां की है। प्रतिरोध मार्च निकालकर जिला समाहर्ता के समक्ष धरना एवं प्रदर्शन किया। जिसमें बड़े पैमाने पर किसानों की भागीदारी हुई है। किसानों का रोष पूर्वक प्रतिरोध मार्च में भारी संख्या में किसानों की भागीदारी देख कर सरकार को अबिलंब मांग को मान लेना चाहिए, अन्यथा हम बिहार के लाखो किसानों को लेकर पुनः 29 दिसंबर2020 को पटना में राज भवन मार्च करेंगे।