औरंगाबाद (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। औरंगाबाद जिले के उपहारा थानाध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता को पटना से पहुंची निगरानी टीम ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। थानेदार की गिरफ्तारी के बाद हड़कंप मच गया।
बताया जाता है कि उपहारा थाना क्षेत्र के हमीदनगर गांव निवासी सनोज कुमार से थानाध्यक्ष 20 हजार रुपये रिश्वत ले रहे थे। उसी समय निगरानी की टीम ने पैसा लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि एक लड़की के अपहरण मामले में प्राथमिकी से तीन आरोपितों के नाम हटाने के लिए थानेदार पैसा ले रहे थे।
निगरानी टीम ने इसकी जानकारी औरंगाबाद पुलिस को नहीं दी है। निगरानी की टीम उपहारा थानाध्यक्ष को अरवल ले जाकर पूछताछ कर रही है।
औरंगाबाद के हमीद नगर निवासी नरेश चौधरी ने अपनी बेटी रेणु कुमारी के अपहरण का केस दर्ज कराया था, जिसमें गांव के ही एक ही परिवार के पांच लोगों को आरोपित किया था। इनमें सत्यनारायण चौधरी, सनोज चौधरी, मनोज चौधरी के नाम शामिल हैं। केस से नाम हटाने के लिए सनोज चौधरी से थाना अध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता ने 20 हजार घूस मांगे थे। सनोज ने इसकी शिकायत विजिलेंस से की, इसके बाद थानेदार को घूस लेते विजिलेंस की टीम ने आज दबोच लिया।
पत्नी ने दिखाई चालाकी फिर भी पकड़ा गया थानेदार
थानेदार ने सनोज को थाने के समीप पैसे लेकर बुलाया था। सनोज से पैसे लेकर थानेदार जैसे ही अपने सरकारी आवास में गया, पीछे से विजिलेंस टीम एक सदस्य कमरे में पहुंच गए। थानेदार की पत्नी को तुरंत शक हो गया, पत्नी ने तत्काल रुपए के बंडल को खिड़की से बाहर फेंक दिया और शोर मचाने लगी। शोर सुन सभी पुलिस वाले इकट्ठा हो गए। इससे पहले की बात और बढ़ती विजिलेंस टीम के अन्य सदस्य भी थाना परिसर में आ पहुंचे। परिचय के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस टीम थानेदार को विजिलेंस के हवाले नहीं सौंप रही थी। काफी मशक्कत के बाद विजिलेंस में थानेदार को अपनी गिरफ्त में लिया।
बात दें औरंगाबाद जिले में थानेदार को रिश्वत लेते गिरफ्तार करने का यह पहला मामला नहीं है इससे पूर्व भी कई थानाध्यक्ष को निगरानी की टीम ने गिरफ्तार किया है।