पटना (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। एचआईवी से ग्रसित मरीजों को अब दूसरे जिलों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अब बहुत जल्द बिहार के उन सात जिले में एचआईवी से ग्रसित मरीजों का इलाज करने के लिए नए एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी (एआरटी) केन्द्र खोले जाएंगे। एक दिसंबर को ‘विश्व एड्स दिवस’ पर आयोजित कार्यक्रम में एआरटी केन्द्रों का उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे़य करेंगे।
नए एआरटी केन्द्र मुंगेर‚ नालंदा‚ जमुई‚ सिवान‚ कैमूर‚ सुपौल एवं पूर्णिया में खोले जाएंगे। राज्य में अब तक कुल 20 एआरटी केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। सात नये केन्द्रों के खुलने के बाद राज्य में कुल एआरटी केंद्रों की संख्या बढ़कर 27 हो जाएगी। यह जानकारी बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के संयुक्त निदेशक मनोज कुमार सिन्हा ने दी। बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में एक दिसंबर को राजधानी के एक होटल में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और परियोजना निदेशक मनोज कुमार शामिल होंगे। वे बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति की ओर से संचालित किए जा रहे एड्स कार्यक्रम के बारे में मीडिया को संबोधित करेंगे। संयुक्त निदेशक मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि बिहार शताब्दी एड्स पीडित कल्याण योजना अंतर्गत राज्य के एड्स पीडित लाभुकों के बीच फरवरी 2020 से अक्टूबर 2020 तक के अवधि के लिए कुल 36.11 करोड रुपये बैंक खाते में ड़ीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर किये जायेंगे। इस मौके पर समिति द्वारा संचालित राज्य स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता युवा संचार 2020 के विजेता पुरस्कृत किए जाएंगे और समिति के उपलब्धियों से संबंधित प्रदशर्नी का भी आयोजन किया जाएगा।