औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार विधानसभा चुनाव में औरंगाबाद जिलें में भाजपा समेत एनडीए का सुपड़ा साफ होने की समीक्षा करने को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. संजय संजय जायसवाल की मौजूदगी में पार्टी के जिला कार्यालय में आहुत समीक्षा बैठक रामधार समर्थकों के हंगामें की भेंट चढ़ गई।
हंगामें के कारण बैठक में सीट टू सीट किसी भी विधानसभा सीट की समीक्षा नही हो सकी। हालांकि बैठक में शामिल होने के लिए पार्टी के सांसद, विधानसभा प्रत्याशी, विधान पार्षद, पार्टी के जिला स्तर के सभी पदाधिकारी, जिलें के सभी विधानसभा संयोजक, सभी मंच-मोर्चा के जिलाध्यक्ष, आईटी सेल के जिला संयोजक, सभी मंच-मोर्चा के जिलें से ताल्लुक रखने वालें प्रदेश पदाधिकारी, सभी प्रकोष्ठों के जिला संयोजक, सभी प्रकोष्ठों के जिलें से ताल्लुक रखने वालें के प्रदेश पदाधिकारी, जिलें से ताल्लुक रखने वालें भाजपा के प्रदेश पदाधिकारी, जिलें से ताल्लुक रखने वालें भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं सभी मंडल अध्यक्ष को बुलावा था।
इसके बावजूद इनके अतिरिक्त खासकर औरंगाबाद और गोह विधानसभा क्षेत्र से वैसे कार्यकर्ता तथा समर्थक बैठक में घुस गये जो बैठक में भाग लेने के हकदार नही थे। इन्ही लोगों ने पार्टी के सांसद सुशील कुमार सिंह और एमएलसी राजन कुमार सिंह पर पार्टी उम्मीदवारों को चुनाव हरानें का आरोप लगाते हुए पार्टी से हटाने की मांग की। बैठक में एमएलसी तो मौजूद थे लेकिन सांसद मौजूद नही थे। हंगाामा होने के कारण बैठक में किसी भी स्थानीय नेता को बोलने का मौका नही दिया गया। सिर्फ जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार ने अध्यक्षता और पार्टी के जिला महामंत्री राजकुमार सिंह ने संचालन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं के हंगामें के बीच खुद प्रदेश अध्यक्ष ने ही मोर्चा संभला और अकेले अपने भाषण से हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं में दम भर कर उन्हे शांत करा दिया।