गोह(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। जाप के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता श्याम सुंदर ने आरोप लगाया है कि गोह में अंचल अधिकारी का मौखिक कानून चलता है।
उन्होने कहा कि 7 सितंबर को गोह पोखरा पिंड पर अवैध कब्जा के खिलाफ हल्ला बोल प्रदर्शन है। इसकी सूचना देने पार्टी के कार्यकर्ता जब अंचल कार्यालय पहुंचे तो वहां कार्रऱत कर्मचारी ने पहले आवेदन लेने से ही इंकार कर दिया। मेरे व्यक्तिगत अनुरोध पर उसने आवेदन लिया भी तो रिसिविंग नहीं दिया। इस बाबत बड़ा बाबू ने बताया कि अंचल अधिकारी का मौखिक आदेश है कि पोखरा पिंड के संबंध में किसी भी तरीके का आवेदन बिना मेरी इजाजत के स्वीकार नहीं होगा। अंचल कार्यालय खुद ही कानून तोड़ रहा है।
सवाल है कि कोरोना काल में जदयू का कार्यकर्ता सम्मेलन नगर भवन में किसकी इजाजत से हुआ? क्या मेरे लिये कानून कुछ और जदयू नेताओं के लिये कानून कुछ और काम करेगा? अगर ऐसा हुआ तो 7 सितंबर को सरकार के खिलाफ आर-पार जंग होगी। 7 सितंबर तक पोखरा पिंड पर अवैध कब्जा हटाने का विचार जिला प्रशासन ने नहीं किया तो फिर गोह को संभालना मुश्किल हो जाएगा। आखिर क्यों अधिकारी अवैध कब्जा हटाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं? कहा कि मैं जब गोह में कानून का राज स्थापित करने की बात कर रहा हूं तो किसके इशारे पर सच की आवाज दबाने के लिये मेरे साथ ही मेरे समर्थकों पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है? क्या मुकदमा दर्ज करने से सच की आवाज दब जाएगी। तो फिर क्यों नहीं गोह पोखरा पिंड पर कायम अवैध कब्जा को वैध घोषित कर रहा है जिला प्रशासन?