औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार सरकार की विफलताओं के विरोध में प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग को लेकर लोजपा(रामविलास) द्वारा आगामी 15 फरवरी को आहूत राजभवन मार्च में औरंगाबाद से 5 हजार कार्यकर्ता शामिल होंगे।
पार्टी के प्रदेश सचिव मनोज कुमार सिंह ने यहां प्रेसवार्ता में कहा कि बिहार की नीतीश सरकार सभी क्षेत्र में फेल है। राज्य हर मामले में फिसड्डी साबित हो रहा है। सत्ता में शामिल दल के लोग और खुद विधानसभाध्यक्ष ने भी सरकार की आलोचना की है। साफ है कि बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नही रह गयी है और हर जगह अराजकता का माहौल है। राज्य सरकार सिर्फ शराबबंदी मे लगी है जबकि हकीकत यह है कि शराबबंदी कहीं से कारगर साबित नही हो रही है। इतना तक कि शराबबंदी में शिक्षकों को भी शामिल होने का फरमान जारी किया गया है। नीतीश सरकार को विकास से कोई मतलब नही है और सरकार सिर्फ शराबबंदी में ही लगी हुई है। शराबबंदी में सरकार के लगे होने से राज्य का पूरा सिस्टम फेल हो गया है। राज्य में शिक्षकों की बहाली रूकी हुई है तो विकास का काम भी बाधित है।
इन्हीं परिस्थितियों में लोजपा रामविलास ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग को लेकर 15 फरवरी को राजभवन मार्च का ऐलान किया है। राजभवन मार्च को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ता जी-जान से जुटे हुए हैं। औरंगाबाद में भी राजभवन मार्च को सफल बनाने को लेकर पार्टी द्वारा व्यापक तैयारी की जा रही है। पार्टी के नेता गांव-गांव जाकर लोगों को नीतीश सरकार की विफलताओं से जनता को रूबरू कराते हुए मार्च में शामिल होने की अपील कर रहे हैं। उन्हे उम्मीद है कि राजभवन मार्च में औरंगाबाद जिले से 5 हजार से अधिक लोग कुच करेंगे। प्रेसवार्ता में पार्टी के अनुसूचित जाति-जनजाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र पासवान, वरीय नेता वीरेन्द्र सिंह, मदन यादव, मिथिलेश सिंहा एवं अली साफे अंसारी आदि ्रप्रमुख रूप से उपस्थित थे।