केंद्र सरकार ने भारत और नेपाल के बीच महाकाली नदी पर धारचूला (भारत) में पुल निर्माण किए जाने को मंजूरी दी है। इस संबंध में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएम मोदी की अध्यक्षता में आज नेपाल और भारत के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने को मंजूरी दी है।
भारत और नेपाल के बीच व्यापारिक, सांस्कृतिक और पारिवारिक संबंध
केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देते हुए सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच व्यापारिक, सांस्कृतिक और पारिवारिक संबंध है। इन्ही संबंधों को देखते हुए पुल निर्माण की घोषणा की गई है।
अगले तीन वर्षों में पूरा होगा निर्माण
इससे उत्तराखंड और नेपाल के संबंधित क्षेत्रों को और वहां के लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि पुल का संभवत: अगले तीन वर्षों में निर्माण पूरा हो जाएगा।
मिलेगा यह लाभ
- भारतीय क्षेत्र का पिथौरागढ़-तवाघाट राजमार्ग और नेपाल का दाप क्षेत्र इससे जुड़ेगा।
- इसके निर्माण से दोनों देशों के बीच आवागमन सुगम होगा।
- व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
- भारत-नेपाल के बीच काली नदी में लोग रस्सियां लगाकर अवैध तरीके से आवाजाही करते हैं, पुल निर्माण के बाद अवैध तरीके से आवाजाही रुकेगी।
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