औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। कहानी पूरी फिल्मी है। यहां लव है। सेक्स है। यायावरी है। सेक्सी वीडियो है। शादी है। फिर धोखा है। पर कहानी का दी एंड होना बाकी है। एंड सुखांत होगा या दुखांत, इसके लिए पूरी फिल्म देखनी होगी। तो स्टार्ट करते है इस फिल्म को और बने रहिए दी एंड तक।
कहानी की शुरूआत शादी के सेट पर होती है। शादी का मंडप सजा है। नवादा की सीमा इस शादी में शामिल होने आती है। यहां वह शादी में आये ओबरा के अजय उर्फ पप्पू दास की नजरों में भा जाती है। अजय अपनी मॉसी को कहता है। मॉसी वो लड़की अपनी जात की है। मेरी शादी की बात चलाओं। मुझे उससे प्यार हो गया है। मैं उसके बिना रह नही सकता। मॉसी बात आगे बढ़ाती है। लड़की के परिवार वालों से बात करती है।
बताती है कि अजय अच्छा लड़का है। टाटा में नौकरी करता है। परिवार वाले तैयार हो जाते है। लड़का-लड़की मिलते है। दोनो में प्यार पनपता है। दोनो मिलने जुलने लगते है। साथ जीने मरने की कसमे खाते है। राजगीर, नालंदा, पावापुरी की वादियों में घुमते है। होटलों में ठहरते है। ऐश मौज करते है। दोनों एकाकार हो जाते है।
शारीरिक दूरियां मिट जाती है। दोनो दो जिस्म एक जान हो जाते है। इन लम्हो को यादगार बनाने के लिए दोनो एक दूसरे की रजामंदी से हम बिस्तरी का वीडियो भी बना लेते है। अब लड़की शादी के लिए तड़पने लगती है, पर लड़के का दिल भर चुका है। वह उससे कटने लगता है। आखिरकार शादी से भी इंकार कर देता है।
शादी से इंकार यानि लव, सेक्स और धोखा से लड़की बिफर पड़ती है। वह 20 अप्रैल को ओबरा थाना चली आती है। तत्कालीन थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी ज्योति शंकर को पूरा मामला बताते हुए गुहार लगाती है। थानाध्यक्ष लड़के और उसके परिवार वालों को बुलाते है। पुलिस की पहल पर लड़का और परिवार वाले शादी को राजी हो जाते है। तत्काल पुलिस ओबरा के देवी मंदिर में दोनो की शादी करा देती है। शादी के बाद कुछ दिन तक सबकुछ ठीकठाक चलता है। अब लड़का लड़की को साथ लेकर अपने घर से यह कहकर घर से निकलता है कि छुट्टियां खत्म हो गई है।
ड्यूटी पर चलना है, साथ चलो। लड़की साथ चलती है पर लड़का लड़की को मायके पहुंचा देता है। वही लड़की को किसी बात पर पीटता है और वापस चला जाता है। यही से दोनो के बीच खटपट शुरु होती है। खटपट खत्म कराने के लिए लड़की के परिवार वाले लड़के को पूरे पांच लाख देते है। फिर भी बात खत्म नही होती है। लड़का जमीन की मांग करता है। लड़की के परिवार वाले इस मांग को पूरा कराने में खुद को अक्षम बताते है। इस पर लड़के के परिजन लड़के की दूसरी शादी तय कर देते है।
इसकी जानकारी लड़की और उसके परिजनो को मिलती है। इसके बाद लड़की औरंगाबाद आती है। महिला थाना में लड़के की दूसरी शादी को रोकने की गुहार लगाती है। महिला थानाध्यक्ष एक्शन लेने के बजाय पैसे की मांग करती है। यहां से नाउम्मीदी हाथ लगने पर लड़की औरंगाबाद के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा से मिलने का प्रयास करती है। दो दिन दर दर भटकने के बाद लड़की की एसपी से मुलाकात होती है।
एसपी पूरा मामला सुनते है। एक्शन में आते है और महिला थाना के थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज करने का फरमान जारी करते है। महिला थानाध्यक्ष द्वारा पैसे मांगने की शिकायत की जांच करने की जांच का जिम्मा एसडीपीओ गौतम शरण ओमी को देते है। अब पुलिस का एक्शन देखने की बारी है। तो पुलिस का एक्शन जनने के लिए इंतजार कीजिएं अगले दिन का। अगले दिन फिर बताएंगे पुलिस के एक्शन की पूरी कहानी।
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