- पर्यटन विभाग के द्वारा विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर सिख हेरिटेज में पैनल डिस्कशन का किया गया आयोजन
पटना। बिहार में पर्यटन के सभी क्षेत्र में संभावनाओं को तलाशने का काम पर्यटन विभाग पूरी गंभीरता से कर रहा है इसी कड़ी में न केवल धार्मिक पर्यटन बल्कि आध्यात्मिक-सांस्कृतिक के साथ इको, एडवेंचर, वाटर स्पोर्ट्स टूरिज्म आदि भविष्य के पर्यटन के क्षेत्र पर भी हम सकारात्मक रूप से काम करने हेतु प्रयासरत है।
ये बातें पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने सिख हेरिटेज में विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर आयोजित एक पैनल डिस्कशन को संबोधित करते हुए कही।
अभय कुमार सिंह ने पैनल डिस्कशन की शुरुआत करते हुए कहा कि बिहार में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, उसी को देखते हुए विभाग ने पर्यटन क्षेत्र से जुड़े व्यवसायियों, होटल इंडस्ट्री के कारोबारी के साथ-साथ पत्रकारों और प्रबुद्धजनों के साथ आज एक पैनल डिस्कशन आयोजित कर रहा है। यदि हम इस पैनल डिस्कशन से प्रेरित होकर कुछ काम कर सकें तो हमारा मकसद पूर्ण होगा।
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष केसरी ने संबोधन में कहा कि राज्य में पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों को कलस्टर वाइज विकसित करने से ज्यादा से ज्यादा पर्यटक आकर्षित होंगे। वरिष्ठ पत्रकार शशि भूषण ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र में जितना विकास होगा रोजगार के क्षेत्र में भी उतनी ही अच्छी बढ़ोतरी होगी। जितने लोग आएंगे वह स्थानीय लोगों को रोजगार देंगे, इस कारण हम लोग सामुदायिक रूप से लोगों को इंगेज करें। कैमूर और रोहतास में एडवेंचर टूरिज्म के स्कोप को और एक्सप्लोर करने की आवश्यकता है।
होटल मौर्य के बीडी सिंह ने कहा कि पर्यटन विभाग अपने उन जमीनों का प्रयोग करें जो इन दोनों अनुपयोगी हो चुकी है, इसके साथ ही पौधारोपण अभियान चलाया जा सकता है। मगध मोटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रणव शाही ने कहा कि तुतला भवानी में व्यवस्था और बेहतर करने की आवश्यकता है वहां कैंपिंग और पार्किंग फैसिलिटी भी अच्छी की जानी चाहिए ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा शांति और सुकून के पल जाकर तलाश सकें। वहीं संजय कुमार पूर्व अध्यक्ष, टूरिस्ट एसोसिएशन आफ बिहार ने कहा कि घोड़ा कटोरा, ककोलत और बोधगया में एक्टिविटी बढ़ाने की आवश्यकता है। भागलपुर में भी डॉल्फिन सेंचुरी में पर्यटकों को आकर्षित करना चाहिए। इन सभी सुझावों पर क्रमवार बोलते हुए सचिव श्री अभय कुमार सिंह ने कहा कि मुंडेश्वरी मंदिर और मंगला गौरी के विकास का पूरा खाका तैयार है। खड़गपुर झील में हम नए नाव ला रहे हैं और बैटरी ऑपरेटेड व्हीकल को भी लाया जा रहा है। ताकि इको टूरिज्म में पशु पक्षियों को परेशानी ना हो।
वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व के पास पर्यटकों को ठहरने के लिए एक बेहतर सुविधा जल्दी मिल जाएगी, इस पर काम तेजी से चल रहा है। शेरगढ़ और दुर्गावती जलाशय रोहतास के पास भी हम लोग पर्यटको के लिए सुविधाएं बढ़ा रहे हैं। भीम बांध के पास 15 एकड़ जमीन मिल गई है जिसे हम लोग पर्यटकीय सुविधाओं की दृष्टिकोण से विकसित कर रहे हैं। गढ़ी डैम में थीम पार्क बोटिंग फैसिलिटी शुरू की जा रही है और ओढ़नी डैम में भी पर्यटकों के ठहरने के लिए बहुत अच्छी व्यवस्था हो रही है। मंदार पर्वत के पास समुद्र मंथन पर आधारित थीम पार्क के निर्माण की शुरुआत भी हम लोग कर रहे हैं।
घोड़ा कटोरा में 5000 पर्यटक वाहनों की क्षमता का पार्किंग बनाया जा रहा है, तुतला भवानी में एक और झूला पुल बनाने के साथ वेंडर्स के लिए व्यवस्थित दुकानों को निर्माण करने की योजना है। कार्यक्रम को श्री विनय कुमार राय निदेशक पर्यटन विभाग ने प्रचार प्रसार की योजनाओं के मद्देनजर विस्तृत जानकारी दी वहीं उप निदेशक ने मार्गीय सुविधा योजना के बारे में बताया। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक श्री अभिजीत कुमार ने किया वहीं संचालन विजेता चंदेल ने किया। मौके पर पर्यटन विभाग के पदाधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित थे।