औरंगाबाद(मनोज शर्मा)। डीएम सौरभ जोरवाल ने कुछ दिन पहले समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में सरकार के महत्वाकांक्षी नल जल योजना की समीक्षा की थी। समीक्षा के दौरान पाया था कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत पंचायतों में कराए जा रहे नल जल योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। डीएम के द्वारा गठित जिलास्तरीय टीम की जांच में योजना में धांधली पायी गयी थी। योजना की गड़बड़ी में पंचायतों के मुखिया की लापरवाही उजागर हुई थी।
आपको बता दें की नल जल योजना की समीक्षा और जांच में पाया गया था की कई योजना पूर्ण हो गई है पर ग्रामीणों को नल से जल नहीं मिल रहा है। कई योजना अधूरा पाया गया है। कई पंचायतों में कार्य सही नहीं पाया गया है। इस योजना से निरंतर जलापूर्ति जारी रहे इसकी जिम्मेवारी पंचायतों के मुखिया की है। पंचायत के मुखिया होने के कारण योजना में उपलब्ध कराई गई सरकारी राशि का सही उपयोग हो यह भी मुखिया की जिम्मेवारी है। जिस पंचायत में गड़बड़ी मिली है उस पंचायत के मुखिया के द्वारा अपने कार्य, दायित्व व पद का सही तरीके से निर्वहन नहीं किया गया है।
डीएम ने जिले के 39 मुखिया से स्पष्टीकरण मांगी थी । जिस पंचायत के मुखिया से स्पष्टीकरण मांगी गई थी उनमें सदर प्रखंड के खैराबिद, फेसर, बेला, परसडीह, दाउदनगर के सिदुआर, मनार, गोह के हथियारा, बनतारा, अमारी, उपहारा, फाग, हसपुरा के अमझरशरीफ, डिडिर, पुरहारा, कुटुंबा के रिसियप, बर्मा, डुमरा, जगदीशपुर, घेउरा, नबीनगर के बसडीहा, बैरिया, सोनौरा, सोरी, ओबरा के भरूब, चंदा, डिहरी, बेल, कारा, करसांव, अमिलौना, गैनी, कंचनपुर, डिहरा, तेजपुरा, रतनपुर, महुआंव, बभनडीहा, रफीगंज के कोटवारा एवं देव प्रखंड के खरकनी पंचायत के मुखिया से स्पष्टीकरण मांगी गई थी ।
प्रभारी सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी अमित सिंह ने बताया कि उपयोक्त मुखिया से पदमुक्त करने की बिदु पर बिहार पंचायती राज अधिनियम की धारा के तहत स्पष्टीकरण मांगी गई है। जवाब प्राप्त होने के बाद पदमुक्त करने की अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।लेकिन मुखिया के द्वारा स्पष्टीकरण देने के बाद अभी तक किसी भी प्रकार की करवाई जमींन पर नहीं दिखाई दे रही है हर गावं के नागरिक खुद नल जल योजना में हुए धांधली की गवाही देने को तैयार है लेकिन प्रशाशन सिर्फ खाना पूर्ति में लगी है नल जल योजना की समीक्षा में बारुण प्रखंड के कोचाढ़, गोठौली, कुटुंबा के तेलहारा के अलावा अन्य प्रखंडों के कुछ अन्य पंचायतों में भी गड़बड़ी मिली है।