औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद जिले में 28 से 30 अप्रैल तक लू-हीट वेव की स्थिति बने रहने की प्रबल संभावना है।
कृषि विज्ञान केंद्र, सिरिस के कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. अनूप कुमार चौबे ने बताया कि मौजूदा स्थिति और संख्यात्मक विश्लेषण के अनुसार शुष्क पश्चिमी हवाओ का प्रवाह राज्य के दक्षिण पश्चिम बिहार के अधिकांश हिस्सों मे 28 से 30 अप्रैल तक जारी रहेगा। इसके परिणाम स्वरूप औरंगाबाद जिले मे लू की स्थिति बने रहने की प्रबल संभावना है। 28 से 30 अप्रैल के दौरान अधिकतम तापमान 43.5 से 45 एवं न्यूनतम तापमान 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। 1 से 2 मई के बीच अधिकतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है। इस दौरान अधिकतम तापमान 40.5 से 43 एवं न्यूनतम तापमान 23.5 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। 27 अप्रैल को सुबह का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस दौरान 12 से 15 किलोमीटर की गति से पछुआ हवा चलने की संभावना है। 1 मई से पूर्वा हवा की दिशा में परिवर्तन हो सकता है। नागरिकों से अनुरोध है कि सीधे सूर्य की किरण से बचे। धूप मे 12 से 3 बजे के बीच बाहर नही निकले। धूप में सिर को ढक कर ही निकले। अचानक ठंडी जगह से गर्म एवं गर्म जगह से ठंड वाले जगह पर न जाए। बाहर से आकर सीधे एसी वाले घर मे नही जाए। गर्मी का मौसम होने के कारण ताजे फलों या फिर जूस का सेवन करें। साथ ही अपने आहार में खीरा, ककड़ी, तरबूज, बेल, पुदीना जैसी ठंडी चीजों को जरूर शामिल करें। प्रचलित तापमान मे बढ़ोत्तरी को देखते हुए किसानों को सलाह है कि पशुओ को बाहर धूप मे नही चराएं एवं स्वच्छ एवं ताजा पानी ही पिलाएं।
बगैर जरूरत दोपहर में घर से नही निकलें-
डॉ. चाौबे ने कहा कि तापमान, हवा और आर्द्रता के संयुक्त प्रभाव के कारण, मानव शरीर द्वारा तापमान का अनुभव रिकॉर्ड किए गए तापमान से अधिक हो सकता है। इससे हीट-स्ट्रोक या हीट स्ट्रेस जैसी स्थिति हो सकती है। लोगों को सलाह है कि वे पर्याप्त पानी, तरल पदार्थ का सेवन कर खुद को पर्याप्त रूप से हाइड्रेटेड रखें और विशेष सरकारी एजेंसियों द्वारा समय-समय पर जारी सलाह का पालन करें। किसानों को खेतों मे तीखी धूप मे कृषि कार्य करने से बचना चाहिए और यदि संभव हो तो सुबह एवं शाम को कृषि कार्य करे और अपने आप को सुरक्षित रखे।