पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री जी की 108वीं जयंती व विश्व शांति दिवस के अवसर पर शास्त्री व्याख्यानमाला-2021 का अयोजन कबीर के लोग व एकता परिषद के द्वारा बिहार विधान परिषद के सभागार में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार विधान परिषद् के सभापति अवधेश नारायण सिंह व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
सभी अथितियों ने पूर्व सीएम के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। अथितियों का स्वागत अंगवस्त्र व गुलाब का फूल देकर इकबाल अंसारी, प्रवीण कुमार व नरेश महतो ने किया।
विशिष्ट अतिथि विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने कहा कि जिस समय भोला पासवान शास्त्री जिस समय मुख्यमंत्री बने वो बड़ी बात है। जिस समय उनका देहांत हुआ उनके खाते में मात्र 600 रुपये ही था। अपने कार्यकाल में उन्होंने कई कार्य किया। उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी अहमियत नहीं भूलनी चाहिए। पंचायत में सीएम नीतीश कुमार ने जो आरक्षण की व्यवस्था कि उनके कारण आज वंचित समाज के लोग जनप्रतिनिधि बने हैं।
मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने सबसे पहले भोला पासवान शास्त्री को नमन किया। उन्होंने कहा कि समाज में हमलोगों को खुद को पहचानना होगा। कहा कि भोला पासवान शास्त्री देश के पहले दलित मुख्यमंत्री बने। वे राष्ट्रवादी शिक्षा केंद्रों का विकास किया। आज के समय में हमारे समाज में शिक्षा बहुत जरूरी है। हमारे समाज को आगे बढ़कर सामने आना होगा। वंचित समाज के लोगों को तकनीकी शिक्षा पर जोर देते हुए उसे सीखना होगा। उन्होंने कहा कि भारत में आज मात्र 24% लोग हीं आर्थिक रूप से साक्षर हैं। पिछड़े वर्ग में आर्थिक पिछड़ेपन ज्यादा है इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अच्छा प्रयास किया है। उपमुख्यमंत्री ने सभी लोगों से डिजिटल लेनदेन को बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 26 करोड़ परिवार आज देश में जनधन योजना से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों को वित्तीय दायरे में लाना हमारा लक्ष्य है। बिहार सरकार महिलाओं को 10 लाख रुपये उधम लगाने के लिए बिना ब्याज के दे रही है। उसमें भी 5 लाख रुपये सब्सिडी दे रही है। बाढ़ में सरकार 6 हजार करोड़ रुपये पीड़ित परिवार को दिया है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में तीन बार दलित मुख्यमंत्री बने। आज पंजाब में कांग्रेस ने दलित मुख्यमंत्री बना शोर कर रही है लेकिन उससे पहले हीं भाजपा ने वहां के आने वाले चुनाव में दलित मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा कर दी थी। पंजाब में अभी जिन्हें सीएम बनाया है उन्हें सिर्फ चौकीदार दी है।
अटल बिहारी वाजपेयी ने संविधान में संशोधन कर प्रमोशन में आरक्षण देने का प्रावधान किया था लेकिन कोर्ट ने रद कर किया। हमारी पार्टी अनुसूचित जाति जनजाति के प्रमोशन में क्रिमीलेयर के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि जब वर्ष 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के धाराओं को शिथिल करने का प्रयास किया यह कहकर कि इसका दुरुपयोग होता है। आज गांधी और अम्बेडकर के कारण ही देश में आरक्षण मिला।
आरक्षण के कारण हीं आज वंचित समाज के लोग विधानसभा व लोकसभा में पहुंच रहे हैं। आज देखिये विधान परिषद में आरक्षण नहीं है तो बिहार में 75 में मात्र तीन लोग हैं। राज्यसभा में भी आरक्षण नहीं है तो देखिये क्या स्थिति है। आरक्षण का विरोध कर के समाज का विकास नहीं हो सकता है। इस समाज को आगे बढ़ना है तो आरक्षण भी देना होगा और मदद भी करना होगा।
विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री जयंती पर को नमन किया। उन्होंने कहा कि देश में वंचित नहीं संचित समाज के लोग हैं। लोकतंत्र में वंचित समाज के नहीं संचित समाज शक्तिशाली समाज के लोग हैं। आप बहुत मजबूत लोग हैं। आप अपने को कभी हीन भावना से मत देखिये। आपके भोला पासवान शास्त्री से प्रेरणा लेते हुए आगे बढिए। देखिये आपके समाज के कितने लोग आईएएस व आईपीएस हैं। सामाजिक सद्भाव कायम करते हुए आगे बढ़े। कहा कि आज देश के पहले दलित उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम जी जयंती को भी बढ़े पैमाने पर मनाने की जरूरत है। कांग्रेस आज उस रूप में जयंती नहीं मानती है। कहा कि आज आपके समाज से जगजीवन राम को भारत रत्न देने कि मांग को उठाना चाहिए।
मुख्य वक्ता पी वी राजगोपाल ने कहा कि देश में भूमि आंदोलन सोलग्न बेस्ट रहा। समय समय पर नारे बदले लेकिन लोगों के हालात नहीं बदले। आज वन अधिकार अधिनियम के तहत वनवासियों को जमीन मिला। आज देश में आजादी के 75वीं सालगिरह मनाने जा रहे तो हमलोगों को संकल्प लें कि गरीबों को कम से कम 10 डिसमिल जमीन मिले। महिलाओं को किसान का दर्जा मील। कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों को न्याय दिलाये। सरकार नॉन वायलेंट डेवलपमेंट पर काम करे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री व बिहार विधान परिषद के सदस्य डॉ. संजय पासवान ने कहा कि जाति यथार्थ, जातिवाद व्यर्थ फिर भी हिन्दू समर्थ। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री के संघर्षों को हमें याद करते हुए आगे बढ़ना चाहिये। कहा कि आज बिहार में छात्रावासों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। अम्बेडकर व कल्याण छात्रावास की बीच विवाद को खत्म कर उनका एलाटमेंट शुरू करना चाहिये। डॉ. पासवान ने कहा कि आज राज्य सरकार वंचित समाज के लिये कई योजनाएं चला रही है। उधमी योजना का लाभ लोग ज्यादा से ज्यादा लें। संजय पासवान ने कहा कि देश में जहां जिस राज्य में ज्यादा आरक्षण है वहां ज्यादा विकास हो यह है। तमिलनाडु में देखिये कैसे वहां ज्यादा विकास हो रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय मंत्री सह विधान पार्षद डॉ. संजय पासवान ने किया।