सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज की 67वीं पुण्यतिथि पर वैदिक महायज्ञ संपन्न

रफीगंज(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। रफीगंज में जिला पार्षद दीनानाथ विश्वकर्मा के आवासीय परिसर में गुरुवार को विहंगम योग के प्रणेता अनंत श्री सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज की 67वीं पुण्यतिथि पर वैदिक महायज्ञ का आयोजन किया गया।

यज्ञ का शुभारंभ स्वागत व मंगलगान के साथ विहंगम योग संस्थान के जिला संयोजक उमेश प्रसाद सिंह, सह संयोजक अनुज प्रसाद, उपदेष्टा उमेश सिंह एवं विद्यार्थी आचार्य मयंक शास्त्री ने संयुक्त रुप से सदगुरुदेव के चित्र पर माल्यार्पण एवं अखंड दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान स्वर्वेद पाठ के बाद आचार्य मयंक शास्त्री ने आध्यात्म और हवन यज्ञ की भूमिका पर प्रकाश डाला और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विश्व शांति के लिए वैदिक महायज्ञ संपन्न कराया। आचार्य ने कहा कि मानवकल्याणार्थ आध्यात्म विद्या जानना अति आवश्यक है। कहा कि वेद भारत का आभूषण है। वेद विहीन मनुष्य का सर्वांगीण विकास नही हो सकता। सदगुरू सदाफल देव महाराज ने अध्यात्म के अनमोल रत्न अर्थात् स्वर्वेद सद्ग्रन्थ को हमारे कल्याण के लिए भेंट किया है। कहा कि आज वाराणसी स्वर्वेद महामंदिर धाम से सदगुरू उतराधिकारी विज्ञानदेव महाराज के सानिध्य में आनलाईन भी सम्पूर्ण भारत में सदगुरुदेव की पुण्यतिथि पंचदिवसीय हवन यज्ञ कर मनाया जा रहा है। स्वर्वेद एवं हवन यज्ञ भारतीय संस्कृति का प्राण है। पर्यावरण शुद्धि, गौ संरक्षण, जल संरक्षण, स्वास्थवर्द्धक, वायु शुद्धि, उत्तम कृषि उत्पादन आदि अनुशासन और एकता का प्रतीक हवन यज्ञ है।

यज्ञ करने से अनेकानेक लाभ की प्राप्ति होती है क्योंकि यह पद्धति हमारे पूर्वज ऋषियों की देन है। कहा कि राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान द्वारा किए गए एक शोध में ज्ञात है कि यज्ञ और हवन के दौरान उठने वाले धुएं से वायु में मौजूद हानिकारक जीवाणु 94 प्रतिशत तक नष्ट हो जाते हैं। साथ ही इसके धुएं से वातावरण शुद्ध होता है और इससे बीमारी फैलने की आशंका काफी हद तक कम हो जाती है। इस अवसर पर भव्य भंडारा आयोजन के साथ वन्दना, आरती व शांतिपाठ के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस मौके पर विनोद वर्मा, सीताराम वर्मा, लालमोहन प्रजापति, कुलदीप नारायण, राजगीर विश्वकर्मा, रामप्रवेश सिंह, अभिषेक कुमार, लक्ष्मी देवी, नगीना देवी, रेणु देवी, कलावती देवी, बेबी देवी, पुष्पा देवी, अंतिमा देवी, रूधा देवी, प्रतिमा देवी, सत्येंद्र पाल, विजय चैधरी, सुधीर प्रसाद एवं अशोक साव समेत दर्जनों श्रद्धालु मौजूद रहे।