औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बारुण के सिरिस स्थित कृषि विज्ञान केंद्र समेत देश के सभी कृषि विज्ञान केंद्रों में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत चल रहे किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान का शुभारंभ केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, दिल्ली के निदेशक डॉ. त्रिलोचन महपात्रा ने संयुक्त रूप से वर्चुअल माध्यम से किया।
कार्यक्रम मे भारत के सभी कृषि विज्ञान केन्द्र वर्चुअल माध्यम से जुड़े। काय्रक्रम में आरंभ में भारत सरकार द्वारा संचालित कृषि योजनाओं-प्रधानमंत्री किसान समान योजना, सिंचाई योजना, पशुपालन, मछली पालन, किसान उत्पादक समूह आदि के बारे मे कृषि विज्ञान केन्द्रों मे उपस्थित किसानों से वर्चुअल माध्यम से जानकारी ली गई। इस दौरान किसानों ने कहा कि पिछले पांच वर्षों मे हमारी आमदनी में दुगुनी ही नही चार से दस गुनी तक बढ़ोत्तरी हुई है। केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी के तहत किसान खेती के साथ साथ पशुपालन, मत्स्यपालन, मधुमक्खी पालन, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, किसान उत्पादन समूह एवं खाद्य प्रसंस्करण यूनिट को स्थापित करना, फसल बीमा योजना आदि को भी अपनाए जिससे किसानों की आय मे बढ़ोत्तरी होगी। साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ भी प्राप्त करे जिससे किसान अपने खेती में सही समय पर आवश्यकतानुसार इनपुट खर्च करके अपने उत्पादन के साथ साथ अपनी आय को भी बढा सकते है।
वही स्थानीय स्तर पर किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी कार्यक्रम का उद्घाटन केन्द्र कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ. नित्यानंद एवं , जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ नित्यानंद ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओ मे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़ कर उन्हे लाभान्वित किया जा रहा है जिससे किसान आवश्यकतानुसार खेती मे सही समय पर खर्च करके अपने उत्पादन के साथ साथ अपनी आय मे भी बढ़ोत्तरी कर सके। पहले किसानों को महाजनों से कर्ज लेने पड़ते थे जिसका ब्याजदार अत्यधिक होता था जिससे किसानों को मूलधन के साथ साथ अत्यधिक ब्याज महाजन को देने के बाद शुद्ध आय कम होता था। साथ ही किसानों को फसल विमा योजना से भी जुड़कर अपने फसल की क्षति होने पर उन्हे फसल क्षति का भुगतान प्राप्त भी हो जाता है। इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी सह आत्मा के परियोजना निदेशक ने कहा कि औरंगाबाद मे 1,80,000 एसे किसान है, जिन्हे प्रधानमंत्री किसान समान योजना का लाभ प्राप्त होता है। सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से अवश्य ही जोड़ा जाए। इसके लिए कृषि समन्यवक एवं किसान सलाहकार को पंचायत स्तर पर किसानों को जागरूक कर उन्हे किसान क्रेडिट कार्ड से लाभान्वित किया जाय। पंकज सिन्हा ने कहा कि किसानों को नई तकनीकी को अपनाकर अपने खेती मे लगने वाले लागत को कम करके अपनी आमदनी मे बढ़ोत्तरी कर सकते है। डॉ. आलोक भारती ने किसानों को खेती के साथ साथ पशुपालन, बकरीपालन, मुर्गीपालन की विस्तृत तकनीकी जानकारी दी जिससे किसान अपनी आय मे बृद्धि करें। डॉ. संगीत मेहता ने किसानों को उद्यानिकी फसलों की विस्तृत जानकारी दी। डॉ. सुनीता कुमारी ने किसानों को मशरूम पालन की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. अनूप कुमार चैबे ने कहा की किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के तहत एक वर्ष के लिए 4 प्रतिशत ब्याज दर पर पैसे मिलते है। अगर किसान निश्चित समय पर राशि को अगर नही चूकता करते है तो उन्हे 7 प्रतिशत ब्याज दर चुकाना पड़ेगा। साथ ही मौसम पूर्वानुमान के बारे मे विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम मे 300 से अधिक कृषि समन्वयक, बीटीएम, एटीएम एवं किसान सलाहकारों ने भाग लिया।