दो महिलाओं ने दिया 23 मार्च को सपरिवार आत्मदाह का अल्टीमेटम, मामला पुलिस की कथित प्रताड़ना का

अम्बा(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज ब्यूरो)। अम्बा थाना के परता टोले नावाडीह की निवासी दो मुस्लिम महिलाओं ने अम्बा के थानाध्यक्ष वीरेंद्र पासवान के कथित कुकृत्य से परेशान होकर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष से आत्मरक्षा की गुहार लगाते हुए शीघ्र न्याय नही मिलने पर 23 मार्च को भलुआड़ी खुर्द स्थित भगत सिंह चैक पर सपरिवार आत्मदाह कर लेने का अल्टीमेटम दिया है।

आयोग को लिखे पत्र में जुबैदा और सलमा खातून ने कहा है कि वें गरीब, असहाय व लाचार महिलाएं है। दैनिक मजदूरी कर अपने बाल-बच्चों का भरण-पोषण करती हूं। कहा है कि मेरे गांव के मंजूर आलम गांव के चर्चित बिचैलिया है। उसे गांव के कुछ दबंगों का भी सरंक्षण है। कॉलोनी बनवाने, राशन कार्ड बनवाने थाना में पैरवी करने के नाम पर दलाली करना उसका मुख्य पेशा है। वह हमलोगों पर बुरी नजर रखता है। इसी वजह से दबाव बनाने के उदेश्य से वह थानाध्यक्ष वीरेन्द्र पासवान से मिलकर हमारे परिवार पर लगातार झूठा मुकदमा करवा रहा है। थानाध्यक्ष दलालों एवं मंजूर आलम के प्रभाव में आकर बगैर जांच किये लगातार झूठा मुकदमा करते जा रहे हैं। फलस्वरूप हम सभी परिवार टूट चूके हैं। इसी वजह से विवश व लाचार होकर भलुआड़ी खुर्द स्थित भगत सिंह चैक पर 23 मार्च को 11 बजे दिन में सपरिवार आत्मदाह का अटल निर्णय लिया है। इसके लिए मंजूर आलम एवं अम्बा थानाध्यक्ष वीरेंद्र पासवान लिए पूर्णतः जिम्मेवार होंगे।