एनपीजीसी परियोजना के मुआवजा भुगतान में करोड़ो की हेराफेरी के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे दो विस्थापित परिवार, दूसरे दिन भी अनशन जारी 

बारूण(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। एनपीजीसी के पावर प्लांट की स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहण के बाद मुआवजा भुगतान में हुई कथित जालसाजी के विरोध में दो परिवार बारूण अंचल सह प्रखंड कार्यालय पर मंगलवार से आमरण अनशन पर बैठे है। बुधवार को अनशन का दूसरा दिन है।

आमरण अनशन की पूर्व सूचना दिये जाने के कारण एक मेडिकल टीम तैनात है, जो इनके स्वास्थ्य की जांच कर इनकी हालत पर निगाह रख रही है। आमरण अनशन पर बैठने वालों में बारूण प्रखंड के नरारी कला खुर्द थाना के कुड़वा निवासी माया कुंवर, मुन्ना कुमार सिंह, नरहर अम्बा के अयोध्या सिंह एवं इनके एक परिजन शामिल है।

अनशनकारियों का आरोप है कि एनपीजीसी के पावर प्लांट के लिए उनकी भूमि अधिग्रहित की गई लेकिन भुगतान जाली कागजात बनाकर उनके बदले किसी और ने ले लिया। इसकी जानकारी मिलने के बाद जब उन्होने वरीय अधिकारियों से शिकायत की तो शेष राशि का भुगतान रोक दिया गया। साथ ही जालसाजी कर भुगतान लेने वालों से रिकवरी करने का आदेश बारूण के अंचल अधिकारी एवं नरारीकला खुर्द थानाध्यक्ष को दिया। आरोप है कि इन दोनो अधिकारियों द्वारा रिकवरी में रूचि नही ली जा रही है। इसी कारण वे आमरण अनशन पर बैठे है। इनका आरोप है कि मुआवजा भुगतान में करोड़ो का वारा-न्यारा किया गया है और इसमें संबंधित अधिकारियों की भी संलिप्तता है। संवाद प्रेषण तक दूसरे दिन भी इनका आमरण अनशन जारी है।