शिक्षकों को नशा करने व शराब की आपूर्ति करने वालों की सूचना देने का फरमान तुगलकी : अशोक पांडेय

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। प्रारंभिक शिक्षक संघ के औरंगाबाद जिला मीडिया प्रभारी अशोक पांडेय ने बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के शिक्षकों को नशा करने और शराब की आपूर्ति करने वाले लोगों की पहचान कर सूचना देने संबंधी पत्र को राज्य सरकार का तुगलकी फरमान करार दिया है।

कहा कि बिहार के पंचायती राज एवं नगर निकाय के अधीन नियुक्त शिक्षकों, शिक्षा सेवकों एवं तालिमी मरकज के स्वयंसेवको को नशा मुक्ति अभियान को गति देने, समाज में जागरूकता पैदा करने, अपने क्षेत्र में नशा करने वालों और शराब की आपूर्ति करने वाले लोगों की पहचान कर पत्र में जारी मोबाइल नंबर पर सूचना देने एवं सूचना देने वाले का पहचान गोपनीय रखने का यह आदेश तुगलकी फरमान है। इस पर प्रारंभिक शिक्षक संघ कड़ी आपत्ति दर्ज करता है। कहा कि इस तरह के जारी तुगलकी फरमान का बिहार के शिक्षक विरोध करते हैं।

शिक्षकों का काम विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है न कि शराब पीने और शराब बेचने वाला को पकड़वाना। शिक्षक शराबी और शराब माफिया की दुश्मनी क्यों लेगा। जब शराब बेचने और पीने के लिए रोकने के सभी तंत्र फेल हो गए तो सरकार यह जिम्मेवारी शिक्षकों को देने का काम कर रही है। बिहार में शराब ढूंढने का जब सब तंत्र फेल हो गया है तो अब सरकारी स्कूल के शिक्षकों के साथ साथ शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज के सेवकों को भी शराब ढ़ूढ़ने के काम में लगाने का आदेश जारी कर दिया गया है। जिस टीचर का काम बच्चों को पढ़ा कर बिहार और देश का भविष्य संवारना है, वे अब शराब खोजेंगे।

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