जैव विविधता प्रबंधन समितियों का ऑनलाइन राज्य सम्मेलन 25 जून को, तैयारी पूरी, पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार होंगे रुबरु

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार में राज्य भर में जिला एवं प्रखंड स्तर पर गठित जैव विविधता प्रबंधन समितियों के सहयोग से वनीकरण को बढ़ावा देने, वृक्षारोपण गतिविधियों में तेजी लाने तथा पर्यावरण संरक्षण के कार्यों को संपादित कराने के उद्देश्य से मंगलवार को समितियों का ऑनलाइन राज्य सम्मेलन आयोजित किया गया है। सम्मेलन के माध्यम से बिहार सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार रूबरू होकर समितियों का उत्साहवर्द्धन करेंगे।

औरंगाबाद की जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी रुचि सिंह ने आज यहां बताया कि सम्मेलन की पूर्व संध्या पर मंत्री ने संदेश भी जारी किया है। संदेश में उन्होंने कहा है कि हमलोग पृथ्वी ग्रह के सेवक भर हैं और पुरखों व परंपराओं द्वारा प्रदत प्राकृतिक धरोहरों को संरक्षित करना और उसमें वृद्धि करना हमारा कर्त्तव्य है। हमलोग मिलकर धरती माता की समृद्ध जैव-विविधता को और समृद्ध करें, उसके प्राचीन गौरव को पुनःस्थापित करें तथा अगली पीढ़ी के हाथों में उसे सौंप दें, ताकि सभी मनुष्यों, प्रकृति और जीवन के सभी रूपों का कल्याण हो सके। वही गया वन अंचल के वन संरक्षक एस सुधाकर ने अपने संदेश में कहा है कि प्राकृतिक व्यवस्थाओं के संतुलन तथा स्वस्थ स्थिति को बनाए रखने में जैव विविधता की अद्वितीय भूमिका है। जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ जैव विविधता हमारे लिए समान रूप से महत्वपूर्ण मुद्दा है। जैव विविधता में गिरावट न केवल एक पर्यावरणीय मुद्दा है, बल्कि यह आर्थिक, सुरक्षात्मक तथा नैतिक मुद्दा भी है। लोगों को प्रकृति की रक्षा के लिए स्वच्छ प्रौद्योगिकियों में बदलाव लाना होगा और प्रकृति को बचाने के लिए सभी लोगों को एक मंच पर आने की ज़रूरत है।

डीएफओ ने बताया कि ऑनलाइन सम्मेलन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रखंड एवं जिला स्तर पर गठित जैव विविधता प्रबंधन समितियों के माध्यम से जैव विविधता को बढ़ावा देने हेतु उत्प्रेरित करना है। पृथ्वी पर जीवन को बनाये रखने के लिए जैव विविधता और उसका रखरखाव बहुत महत्वपूर्ण है। वन एवं पर्यावरण मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित होनेवाले ऑनलाइन सम्मलेन में जैव विविधता, कृषि, बागवानी, पशु एवं अन्य उत्पादन वयवस्था में जैविक विविधता प्राकृतिक वन क्षेत्रों में जैव विविधता, जैव विविधता प्रबंधन समितियों की भूमिका, वानिकी, वन्य प्राणी, वृक्षारोपण एवं आद्रभूमि संरक्षण आदि विषयों पर गंभीरता से चर्चा होगी। कहा कि जैव विविधता प्रबंधन समितियों का सम्मेलन 25 जून को पूर्वाहन 11:00 बजे से ऑनलाइन माध्यम से जिला स्तर पर औरंगाबाद समाहरणालय सभागार में, प्रखंड स्तर पर सभी प्रखंड मुख्यालय स्थित सभाकक्ष में एवं सभी नगर निकाय क्षेत्रों में नगर आयुक्त एवं संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा अपने अपने सभा कक्ष में उपलब्ध कराये गए लिंक पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए सभी प्रकार की आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। सम्मेलन में जैव विविधता समितियों के सदस्यों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है।