दरभंगा से लाकर औरंगाबाद में कराया जा रहा था बंधुआ मजदूरी का कार्य, दो किशोरो की फरारी से हुआ खुलासा, पुलिस मामले की छानबीन में जुटी

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार के दरभंगा जिले के कबीरगंज के दो किशोर बंधुओं को नौकरी का लालच देकर औरंगाबाद लाकर बंधुआ मजदूरी कराने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।

मामला तब प्रकाश में आया जब दोनों किशोर शहर के कथरूआं में बंधक बनाकर रखे गये घर से किसी तरह से फरार होकर पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्रा के पास पहुंच गये। एसपी के पास पहुंचकर दोनो किशोरो ने उन्हे जो जानकारी दी वह किसी भी सभ्य व्यक्ति के रोंगटे खड़े कर देने वाला है। किशोरो ने बताया कि उनके बगल के गांव मिल्की के आदित्य कुमार यादव ने कहा कि तुम दोनो अगर मुझे दस-दस हजार रूपये दोगे तो हम तुम्हे औरंगाबाद में सरकारी नौकरी दिला देंगे। हम दोनो भाई उसके झांसे में आ गये और हमने उसे बीस हजार रूपये दे दिए। रूपये लेने के बाद आदित्य हम दोनो को अपने साथ औरंगाबाद ले आया। यहां हमे कथरूआ के एक मकान में रखा। दो माह से हमें इसी मकान के एक कमरे में बंद कर हमसे बंधुआ मजदूर जैसा काम लिया जा रहा था। हमे कहा गया था कि यहां उन्हे दवा पैकिंग का काम करना है लेकिन हमसे कोई काम नही लिया जा रहा था। हमें कमरे में बंद कर रखा जा रहा था। हम पर किसी से मिलने जुलने और बात करने पर पाबंदी लगा रखी गई थी। विरोध करने, बंधक मुक्त रखने और वायदे के मुताबिक लिए गये रकम के एवज में सरकारी नौकरी दिलाने की मांग करने पर हमे बेरहमी से पीटा जा रहा था। साथ ही धमकी देते हुए यह कहा जा रहा था कि अपने संपर्क के छः और लोगो को काम करने के लिए यहां बुलाओं और बदले में एक लाख रूपये ले लो।

रोज-रोज की अंतहीन प्रताड़ना से वे तंग आ चुके थे। इस कारण वे भागने के फिराक में लगे थे और अंततः मौका मिलने पर शुक्रवार को वे फरार हो गये। फरार होने के बाद वे नगर थाना पहुंचे लेकिन वहां उनकी शिकायत नही सुनी गई। इसके बाद वे एसपी के पास पहुंचे। एसपी के कक्ष में शिकायत करने अंदर जाने ही वाले थे कि नौकरी के नाम पर रखने वाली कंपनी के दो कथित अधिकारी उन्हे खोजते हुए चले आएं। कंपनी के दोनो अधिकारियों ने एसपी के कार्यालय परिसर में उनसे कहा कि चलो तुम्हारे रूपये वापस दिला देते है और तुम्हे छुट्टी दे देते है। यह सुन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने दोनो को कस्टडी में ले लिया और हमे एसपी के पास शिकायत करने भेज दिया। एसपी को हम दोनो ने सारी बात बताई। बात सुनने के बाद एसपी ने दोनो अधिकारियों को हिरासत में लेते हुए आगे की पूछताछ के लिए औरंगाबाद नगर थाना भेज दिया। नगर थाना भेजे जाने के पूर्व कथित दोनो अधिकारियों ने किशोरो को पीटने वाले आदित्य को भी फोन कर बुलाया लेकिन वह नही आया। वही दोनो कथित अधिकारियों ने कहा कि उनकी कंपनी कॉस्मेटिक एवं एग्रीकल्चर प्रोडक्टस बेचने का काम करती है। इस मामले में एसपी ने बताया कि मारपीट से घायल दोनो किशोरो को सदर अस्पताल भेजकर इलाज कराया गया है। औरंगाबाद नगर थाना में मामले की प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। मामले में जो भी दोषी होंगे उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।