मिट्टी की सेहत सुधारने के लिए किसानों को मिले ढैंचा के बीज

देव(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। देव प्रखंड के दुलारे पंचायत के कर्मा गांव स्थित मध्य विद्यालय में शिविर लगाकर किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत तकनीक तथा जैविक आधारित खेती की जानकारी दी गई। साथ ही ढैंचा बीज का भी वितरण किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन मुखिया सह पैक्स अध्यक्ष बिजेन्द्र कुमार यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में कृषि बैज्ञानिक डॉ. अनूप कुमार चाौबे ने कहा कि ढैंचा से फसल की पैदावार अच्छी होती हैं। इससे कृषि योग्य खेतों में किसानों को खाद डालने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। भूमि में जीवांश पदार्थ एवं पोषक तत्वों की मात्रा में वृद्धि होती है। पोषक तत्वों का निछालन कम से कम होता है। साथ ही खेतों में पोषक तत्वों के संग्रहण की क्षमता बढ़ जाती है। भूमि की जल धारण, संचयन एवं वायु संचार क्षमता में वृद्धि होती है। भूमि में कार्य करने वाले लाभदायक जीवाणुओं की क्रियाशीलता में भी बढ़ोत्तरी होती है। फसल उत्पादन में वृद्धि के साथ गुणवत्ता भी अच्छी होती है। मिट्टी में कार्बनिक रसायनों की कमी दूर करने के लिए किसानों को आसानी से ढैंचा बीज उपलब्ध कराने की कवायद की जा रही है।

सहायक भूमि संरक्षण पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि ढैंचा हरा खाद फसल हैं। हरा खाद के रूप में भी इसका प्रयोग होता है। यह खरीफ की फसल में आता है। इसका प्रयोग गर्मी के दिनों में खेतों में किया जाता हैं। हरा खाद क्षारीय भूमि को सुधारकर खेती के योग्य बनाता है। मुखिया ने कहा कि प्रकृति के प्रति अपना कर्तव्य निभाने, धरती को हरा-भरा करने और पर्यावरण को सहेजने की ओर प्रकृति के संतुलन को बनाएं रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण अति आवश्यक है। इस दौरान जीवकोपार्जन विशेषज्ञ रेखा रानी, कृषि विशेषज्ञ अमरेंद्र कुमार तिवारी, वित्तीय विशेषज्ञ विश्वास कुमार वर्मा, दुलारे पंचायत के सरपंच रामशीष यादव, उप मुखिया श्याम कुमार, मनोज यादव, सतेंद्र यादव, धनंजय यादव, राजेश यादव, प्रिंस कुमार यादव, भिखारी पासवान, डब्ल्यू पासवान, कृष्णा यादव, मनोज शर्मा, जितेंद्र राम एवं उपेंद्र यादव समेत अन्य मौजूद रहे।