पैथोलॉजी लैब में गलत तरीके से जांच से तीन वर्षीय बालिका की मौत, परिजनों ने काटा बवाल

भाग खड़े हुए चिकित्सक व पैथोलॉजी कर्मी

डेहरी(रोहतास)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। शहर के तार बंगला स्थित एक निजी क्लीनिक में इलाजरत 3 वर्षीय बालिका की पाली रोड के पैथोलॉजी जांच लैब में जांच के दौरान मौत पर गुस्साए परिजनों ने जमकर बवाल काटा।

हंगामा सुनकर मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों के साथ परिजनों की नोकझोंक भी हुई। पुलिस अधिकारियों के आश्वासन देने के बाद परिजन शांत हुए। परिजनों ने इसके लिए पैथोलॉजी संचालक को दोषी ठहराया। वें पैथोलॉजी संचालक पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। बताया जाता है कि राजपुर निवासी पूजा देवी कुछ दिनों से अपने मायके राजपुर में ही रह रही थी। इसी दौरान मंगलवार को पूजा देवी की 3 वर्षीय पुत्री की तबीयत खराब हुई जिसे इलाज के लिए परिजनों ने उसे तार बंगला स्थित डॉ. प्रशांत कुमार के क्लीनिक में ले गये। परिजनों के अनुसार चिकित्सक ने बच्ची को देखने के बाद उसे जांच के लिए पाली रोड स्थित विशाल डायग्नोस्टिक केंद्र भेजा। परिजनों का कहना है कि पैखाना वाले रास्ते में पाइप के सहारे जांच करने के लिए कोई केमिकल चढ़ाया। उसी दौरान बच्ची छटपटाने लगी और कुछ ही देर बाद बच्ची की मौत हो गई।

परिजनों का आरोप है कि लैब टेक्नीशियन द्वारा जांच के क्रम में पैखाना के रास्ते बच्ची को अधिक डोज देने के कारण उसकी मौत हो गई। बच्ची की मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों ने क्लीनिक पहुंचकर क्लीनिक में जमकर हंगामा किया। सूचना पाकर पहुंचे दो पुलिसकर्मियों के साथ नोकझोंक भी हुई। परिजनों का कहना था कि इस मौत के लिए जिम्मेदार पैथोलॉजी संचालक व उसके कर्मियों पर हत्या के प्राथमिकी दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। सूचना पाकर पहुंचे प्रशिक्षु डीएसपी सह नगर थानाध्यक्ष अजीत प्रताप सिंह ने परिजनों को समझाया बुझाया और परिजनों के साथ विशाल डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी ली। थानाध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कि परिजनों द्वारा जो भी प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी उसके अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।