मदनपुर(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। मदनपुर प्रखंड में मुख्यमंत्री बीज विस्तार योजना के तहत रब्बी और खरीफ फसल की अनुदान राशि नहीं मिलने से किसानों में भारी आक्रोश है। किसान रामेश्वर कुमार रौशन, बलिन्द्र यादव, सिपाही यादव, रामाशिष ठाकुर एवं अजीत कुमार आदि ने कहा कि 2019-2020 में किसानों से मुख्यमंत्री बीज विस्तार योजना के तहत रब्बी की फसलों-चना, मसूर, गेहूं और खरीफ की फसल धान बीज का अनुदान प्राप्त करने के लिए किसानों ने सरकारी प्रावधान के अनुसार नगद राशि देकर बीज की खरीद की पर 15 माह बीतने के बाद भी आज तक किसानों के बैंक बचत खातें में अनुदान की राशि नहीं आयी है।
इसके बाद 2020-2021 में भी चार हजार से अधिक किसानों ने चना, मसूर, गेहूं का बीज तथा खरीफ धान बीज खरीदें। इसकी अनुदान राशि भी अब तक किसानों को नहीं मिल पायी है। किसानों को कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा यह समझाया जाता है कि सरकार किसानों को 80-90 प्रतिशत अनुदान पर बीज उपलब्ध करा रही है। किसान अधिकारियों के दिशा निर्देश पर कर्ज, हथपैच लेकर बीज खरीद लेते हैं। जिस बीज का कीमत बाजार में 60-65 रुपये है पर सरकार उसी बीज का मूल्य 100-150 रुपये प्रति किलों किसानों से वसूलती है। दो साल बीतने को है लेकिन सरकार ने किसानों को अनुदान की राशि खातों में नहीं डाली है। इस तरह सरकार किसानों का आर्थिक, मानसिक रुप से शोषण कर रही है।
केन्द्र सरकार और राज्य सरकार यह ढिंढोरा पिटते नहीं थक रही है कि किसानों के आर्थिक विकास करने के लिए योजनाएं चला रही है। किसानों की आय दुगनी करने के लिए अनुदान दिए जा रहे है लेकिन बिडम्बना है कि बीज अनुदान देना तो दूर बीज के नाम पर केवल दिवास्वप्न दिखा किसानों से लूट हो रही है। सरकार किसानों को बीज अनुदान की राशि का जल्द भुगतान नहीं करती है तो वें सरकार के खिलाफ आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे। इस बाबत बीएओ अनिल कुमार ने बताया कि 2019-20 के रब्ब और खरीफ अनुदान के लिए विभाग को प्रतिवेदन समर्पित किया जा चुका है। डीबीटी के माध्यम से किसानों के खातों में अनुदान की राशि जायेगी।