उधर झारखंड और इधर बिहार है, लिहाजा पैक्स चुनाव में बहार है

औरंगाबाद में 17 पैक्सो में अध्यक्ष व सदस्यों के पद के लिए मतदान आज

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। उधर झारखंड और इधर बिहार है। लिहाजा चुनाव में बहार ही बहार है। यह हाल झारखंड की सीमा से सटे बिहार के औरंगाबाद जिले के नबीनगर प्रखंड का है।

गौरतलब है कि औरंगाबाद जिले में सोमवार को कुल 17 पैक्सो के चुनाव के लिए मतदान होना है, जिनमें झारखंड की सीमा से सट नबीनगर के 7 पैक्स भी शामिल है।

इसके अलावा बारुण के तीन पैक्सो-बड्डी खुर्द, धनगाई, जनकोप, कुटुम्बा प्रखंड के तीन पैक्सो-सुही, भरौंधा, बलिया, रफीगंज के दो पैक्सो-सिहुली, भेटनियां, गोह के एक पैक्स एवं औरंगाबाद के कुरहमा पैक्स के लिए सोमवार को मतदान होगा।

इस दौरान झारखंड से सटे नबीनगर के 7 पैक्सो-टंडवा, खजुरी-पांडू, नाउर, बसडीहा, तोल एवं महुआंव में चुनाव के दौरान नजारे ही कुछ अलग रहे। इन पैक्सों के लिए चुनाव प्रचार खत्म हो चुका है और मतदान सोमवार को है लेकिन चुनाव प्रचार के अंतिम दिन उम्मीदवारों ने ऐसा दम दिखाया जैसा लोकसभा और विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार दिखाते है।

ऐसा ही दम उम्मीदवारों ने किसानों की सहकारी सस्थाओं पैक्स के चुनाव में लगाया। नाउर पैक्स से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार सुबोध पांडेय ने प्रचार के अंतिम दिन दो पहिया और छोटे चार पहिया वाहनों के कारकेड का विधानसभा और लोकसभा के चुनाव जैसा नजारा दिखा डाला है।

बाइक और छोटे चार पहिया वाहनों वाली रैली में उम्मीदवार के समर्थकों का उत्साह देखते ही बना। वही नाउर पैक्स से ही अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के अनील साव ने भी प्रचार में समर्थकों संग जोर लगाया।

अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन शनिवार को न केवल रैलियां निकाली बल्कि गांव-और डोर टू डोर जमकर जनसंपर्क किया और विनम्र भाव से पैक्स के सदस्य वोटरों से वोट भी मांगे।

इस दौरान उम्मीदवारों ने वोटरो से वादे तो किये ही, साथ ही वादों को पूरा करने का संकल्प भी व्यक्त किया। तोल पैक्स में पियंका कुमारी, बसडीहा में दीपक तिवारी उर्फ छोटन बाबा तथा मुंगिया पैक्स से जीत की लगातार तीसरी बार हैट्रिक लगाने के लिए विनय सिंह ने प्रचार में दम लगाया।

वही खजुरी-पांडू पैक्स से अध्यक्ष पद के बुजुर्ग उम्मीदवार और लगातार दो बार से पैक्स अध्यक्ष निर्वाचित होते आ रहे कपिल सिंह ने जीत की हैट्रिक लगाने के लिए 80 बरस की उम्र में बाबू वीर कुंवर सिंह जैसा जोर लगाया। उनके समर्थको ने भी उनकी ही जीत की हैट्रिक लगने के दावे किये।

वही इसी पैकस से एक अन्य उम्मीदवार शिवध्यान सिंह ने भी भी समर्थकों के साथ जोर आजमाइश की। उन्होंने भी और उनके समर्थको ने भी अपनी और अपने उम्मीदवार की जीत पक्का होने के दावे किये।