पटना गांधी मैदान में 6 से 17 दिसंबर तक सजेगी किताबों की दुनिया, जुटेंगे कई लेखक व कलाकार

पटना(लाइव इंडिया न्यूज18)। 40 वर्षों से सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित अपना वाला पटना पुस्तक मेला 6-17 दिसम्बर, 2024 गांधी मैदान में होने जा रहा है।

पूरे देश में लोकप्रिय सांस्कृतिक उत्सव पटना पुस्तक मेला आमजन में न केवल पढ़ने की अभिरुचि विकसित करता है बल्कि अपनी थीम से नवीन सन्देश भी देता है। इस बार की थीम है- ‘पेड़ पानी जिंदगी- पर्यावरण बदलो अभी’।

इस बार पटना पुस्तक मेला भारत की लोकप्रिय गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा एवं पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है। यह जानकारी सीआरडी पटना पुस्तक मेला के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने दी।

इस बार पटना पुस्तक मेला में कार्यक्रमों का विशेष आकर्षण होगा। सिनेमा-उनेमा, कला दीर्घा, जनसंवाद, नुक्कड़ नाटक, कलम, कविताई, किस्सागो, ओपन माइक, बच्चे जैसे कथा कहानी, कैम्पस, स्कूल उत्सव, सुर-संगीत आदि प्रमुख कार्यक्रम होंगे।

सभी कार्यक्रमों को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा। फिल्म फेस्टिवल के लिए एक सिनेमा हॉल निर्मित किया जाएगा। इसमें प्रत्येक दिन फीचर फिल्म, शार्ट फिल्म और वृतचित्र दिखाये जाएंगे। प्रत्येक दिन फिल्म के विविध विषयों पर संवाद होगा, जिसमें देश भर के सिने कलाकर और विशेषज्ञ भाग लेंगे। आमजन उनसे सीधा संवाद कर सकेंगे। सिनेमा से जुड़े बिहार के प्रमुख लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा।

इस बार भव्य कला दीर्घा का निर्माण होगा। इसमें कला प्रदर्शनी को चार हिस्से में बांटा जाएगा। जिनके तहत युवा कलाकारों की प्रदर्शनी, बिहार के युवा लोक कलाकारों की प्रदर्शनी, बिहार के वरिष्ठ कलाकारों की प्रदर्शनी और बिहार के पद्म पुरस्कार से सम्मानित कलाकारों की प्रदर्शनी लगायी जाएगी। प्रत्येक दिन कला विषयों पर विमर्श-गोष्ठी भी आयोजित की जाएगी। प्रत्येक दिन बिहार के कुछ विशिष्ट कलाकारों को सम्मानित भी किया जाएगा।

इस बार ‘नुक्कड़ खेला’ का आयोजन होगा। इसके लिए प्रत्येक टीम पर्यावरण पर केन्द्रित नया नुक्कड़ नाटक तैयार कर रहे हैं। राग, रंगमार्च, सरगम आर्ट्स, निर्माण कला मंच, रंगश्रृष्टि, अभियान, द आर्ट मेकर, क्रियेशन, प्रेरणा और लोकमंच के कलाकारों द्वारा नया नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया जाएगा।

प्रत्येक दिन कविताई और किस्सागो कार्यक्रम होगा, जिसमें प्रतिदिन शहर और देश के प्रमुख कवि अपनी कविताओं का पाठ करेंगे और देश के प्रमुख कहानीकार अपना कथा-अंश सुनाएंगे। साथ ही प्रतिदिन विविध विषयों पर जन संवाद होगा।स्कूली बच्चों के लिए भी इस बार विशेष कार्यक्रम रखा गया है। “बच्चे जैसे कथा कहानी” यह कार्यक्रम देश के चर्चित किस्सागो डॉ कुमार विमलेन्दु संचालित करेंगे और बच्चों को किस्सा सुनाएंगे। साथ ही बच्चों द्वारा लिखी गयी चुनी कहानियों को पुस्तक की शक्ल दी जायेगी।

प्रत्येक दिन कैम्पस कार्यक्रम होगा, जिसे जागो जंक्शन के साथ मिलकर क्षितिज और अपूर्व संचालित करेंगे,इसमें प्रतिदिन क्विज संहित विविध प्रतियोगिताएँ होंगी।

इस बार ‘ज्ञान-रोजगार’ कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा, इसमें राष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान शामिल होंगे।

देश के अनेक गणमान्य से बात हो रही है। प्रमुख रूप से चर्चित कथाकार-उपन्यासकार उदय प्रकाश, चर्चित व्यंग्यकार सुधीश पचौरी, चर्चित लेखक यतीन्द्र मिश्र, चर्चित लेखक पत्रकार अनंत विजय, चर्चित कवि-पत्रकार प्रताप सोमवंशी, चर्चित समीक्षक जय प्रकाश पांडेय, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी शाही शामिल होंगे।

साथ ही चर्चित कवि सर्वश्री शंभु शिखर,चंदन द्विवेदी, कुमार रजत, अनिल विभाकर, विनय कुमार, निवेदिता, कुमार मुकुल, ध्रुव गुप्त, मुकेश प्रत्युष, अरविन्द श्रीवास्तव, निखिल आनंद, नताशा, अंचित, उपांशु, उत्कर्ष, मैत्रीशरण, शहंशाह आलम, राजकिशोर राजन, राकेश रंजन, मुसाफिर बैठा, सुमन सिन्हा, चन्द्रबिन्द, समीर परिमल, रश्मि, गुंजन, संजय कुमार कुंदन, भावना शेखर, निखलेश्वर वर्मा, खुर्शीद अकबर, खुर्शीद आलम, काशिम खुर्शीद, प्रेम किरण, आराधना प्रसाद, नसीम अख्तर, सफ़दर इमाम कादरी, कृष्ण समिद्ध, अमलेंदु अस्थाना, नरेन्द्र कुमार, अरविन्द कुमार सिंह आदि शामिल होंगे।

कथाकारों में सर्वश्री कमलेश, शिवदयाल, उषा ओझा, राजन पाठक, अतुल, मुरली श्रीवास्तव, रमेश चंद्र, संतोष दीक्षित, हृषीकेश सुलभ, अवधेश प्रीत, मुहम्मद नूर, सगीर अहमद आ‌द्फी आदि शामिल होंगे।

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