औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद का सदर अस्पताल न जाने क्यो हमेशा किसी न किसी बात को लेकर विवादो में रहता है। यहां तक कि अस्पताल में जमकर हंगामा, चिकित्सकों के साथ मारपीट तक की घटनाएं भी देखने को मिलती है। इस कारण अस्पताल की अच्छी खासी बदनामी भी हुआ करती है, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है।
सिक्यूरिटी गार्ड व युवक के बीच हुई धक्का मुक्की-
ऐसा ही मामला सोमवार को दोपहर फिर से सदर अस्पताल में देखने को मिला जहां अस्पताल की सुरक्षा में तैनात एक गार्ड मरीज के परिजन से उलझ पड़ा। पहले तो दोनो के बीच जमकर तू तू मैं मैं हुई। फिर कॉलर धरा पकड़ी के बाद जमकर हाथापाई भी हो गई।
सुपरवाइजर ने बीच बचाव कर दोनो को कराया शांत-
दोनो के बीच हाथापाई होते देख अस्पताल में तैनात सुपरवाइजर देवबली सिंह ने पहुंचकर दोनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। जाते जाते दोनों ने एक दूसरे को देख लेने की धमकी भी दी।
युवक ने की मामले की सिविल सर्जन से शिकायत-
हंगामा कर रहे युवक से जब पूछा गया कि मामला क्या है तो उसने बताया कि अस्पताल में पदस्थापित गार्ड हमेशा महिला मरीजों के साथ बदसलूकी करता है। आज भी उसके द्वारा ऐसी ही हरकत की गयी, जिसे देख मुझे बर्दाश्त नही हुआ। जब इसका विरोध किया तो गार्ड उसके साथ मारपीट पर उतारू हो गया। युवक ने इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉ. रवि भूषण श्रीवास्तव को दी है। साथ ही मामले में गार्ड अक्षय कुमार पर कार्रवाई की मांग की है।
सिक्यूरिटी गार्ड ने लगाया युवक पर कतार तोड़ने का आरोप-
वही इस बारे में सुरक्षा में तैनात सिक्यूरिटी गार्ड अक्षय कुमार सिंह से जब बात की गई तो उसने बताया कि आज सोमवार होने के कारण सदर अस्पताल में मरीजों की काफी भीड़ होती है। युवक और साथ में रही एक महिला जबरन नंबर तोड़ कर बीच में घुस रहे थे। दोनो को जब खींचकर हटाया तो युवक ने महिला के साथ बदसुलकी किए जाने का आरोप मढ़ते हुए जमकर हंगामा किया और मुझे अभद्र गालियां दी।
सिक्यूरिटी एजेंसी के फील्ड ऑफिसर ने कहा सीसीटीवी फुटेज देखकर होगी कार्रवाई-
वहीं इस संबंध में सिक्यूरिटी एजेंसी के फील्ड ऑफिसर उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे को देखा जाएगा। यदि सिक्यूरिटी गार्ड की गलती होगी तो उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि सदर अस्पताल में हंगामा का यह कोई पहला मामला नहीं है। सुरक्षा में तैनात गार्ड द्वारा पहले भी मरीजों से पैसे लेकर बिना नंबर के ही डॉक्टर से दिखाने का एक मामला पहले भी सामने आया था, जिसमे गार्ड ने मरीज की पिटाई तक कर डाली थी।
डायरेक्ट ही बिना नंबर के डॉक्टर से दिखा देने का गार्ड्स पर आरोप-
दीगर बात यह भी है कि हड्डी रोग के स्पेशलिस्ट डॉ. उदय प्रकाश पटना से सदर अस्पताल मरीजों को देखने आते है और उनकी ड्यूटी सप्ताह में मात्र दो दिन ही है। इसको लेकर मरीजों की काफी भीड़ होती है। ऐसे में मरीजों को डॉ. उदय से दिखा पाना किसी चुनौती से कम नहीं रहती। इसी का फायदा गार्ड उठाते है और मरीजों से पैसा लेकर डायरेक्ट ही बिना नंबर के डॉक्टर से दिखा देते है। किसी ने इस पूरे मामले का वीडियो बना लिया, जो शाम से वायरल हो रहा है।