बदनाम बिहार पुलिस का दाउदनगर में दिखा नेकनामी वाला चेहरा, सड़क किनारे बेहोशी की हालत में गिरे पड़े बुजुर्ग को अस्पताल में कराया भर्ती, पहचान नही

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार की बदनाम पुलिस ने औरंगाबाद के दाउदनगर में नेकनामी का सराहनीय काम किया है। दाउदनगर थाना के 112 नंबर वाहन की गश्ती टीम ने शनिवार को देर रात दाउदनगर-गया रोड में कटरियां गांव के पास सड़क किनारे बेहोशी की हालत में मिले एक 60 वर्षीय बुजुर्ग को वाहन से लाकर इलाज के लिए दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया है।

अस्पताल में बुजुर्ग का इलाज चल रहा है। इलाज के बावजूद बुजुर्ग नीम बेहोशी में है। हालत गंभीर बनी हुई है। बुजुर्ग की अभी पहचान भी नही हो सकी है। बुजुर्ग के शरीर पर कही किसी तरह की चोट का निशाना नही है। माना जा रहा है कि बुजुर्ग हीट-स्ट्रोक के शिकार हुए है। दाउदनगर पुलिस के इस कार्य की सराहना हो रही है क्योकि आम तौर पर समाज में यह धारणा है कि पुलिस में मानवीय संवेदना का अभाव होता है। यह उनकी कार्यशैली में भी परिलक्षित होता है। इसी वजह से आम लोग पुलिस से मानवता की उम्मीद नही जताते है लेकिन यहां पर दाउदनगर पुलिस ने मानवता का परिचय देकर सद्भावनाएं बटोरी है।

दाउदनगर के प्रभारी थानाध्यक्ष गिरींद्र कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को गश्ती पर निकली 112 नंबर की पुलिस टीम को दाउदनगर-गया पथ पर कटरिया के पास रात के करीब 8.50 बजे एक 60 वर्षीय बुजुर्ग सड़क किनारे बेहोश पड़े मिले। टीम ने बुजुर्ग को दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल लाकर इलाज के लिए भर्ती कराया है। बुजुर्ग की पहचान नही हो सकी है। बुजुर्ग का इलाज चल रहा है। उन्होने कहा कि 112 की टीम ने अच्छा काम किया है। वें इसकी सराहना करते है। इस बीच बुजुर्ग की पहचान सुनिश्चित करने के लिए दाउदनगर के सामाजिक संगठन हैंड्स ऑफ प्रकाश चंद्रा(एचओपीसी) के सदस्य बिट्टू कुमार ने बुजुर्ग की तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर किया है। बिट्टू ने लोगों से इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करने की अपील की है ताकि बीमार बुजुर्ग की जानकारी परिजनों तक पहुंच सके। फिलहाल चिकित्सक बुजुर्ग के इलाज में लगे है। चिकित्सक उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रख रहे है।