पटना। बिहार में महागठबंधन के संयुक्त आह्वान के तहत आज पटना के कुम्हरार प्रखंड पर महागठबंधन का विशाल धरना आयोजित हुआ। धरना की अध्यक्षता महागठबंधन के छह दलों के नेता ने किया। जिनमें भाकपा के मोहन प्रसाद, राजद के महानगर अध्यक्ष महताब आलम, जदयू के महानगर अध्यक्ष आशिफ कमाल, सीपीएम के जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी एवं भाकपा माले के नेता जितेंद्र कुमार ने किया।
![](https://i0.wp.com/liveindianews18.in/wp-content/uploads/2023/06/IMG-20230615-WA0005-1024x485.webp?resize=1024%2C485&ssl=1)
महागठबंधन के संयुक्त आह्वान पर आज सुबह से ही कार्यकर्ता प्रखंड कार्यालय पर जुटने लगे और प्रखंड कार्यालय का प्रांगण झंडा बैनर से भर गया। धरना की शुरुआत तय समय 11 बजे से प्रारंभ हुआ। जिसे संबोधित करते हुए जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भाजपा सरकार की नीतियों पर जमकर हमला बोला और उसे उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
राजद नेता पूर्व विधान पार्षद आजाद गांधी ने भाजपा सरकार को महिला विरोधी कहा और बोला कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा धोखा है। भाकपा के जिला सचिव विश्वजीत कुमार ने महागठबंधन की एकता को वक्त की मांग बताया और कहा कि आज संविधान और देश बचाने के लिए सभी को एक होकर ही लड़ना होगा।
सीपीएम के जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी ने कहा भाजपा सरकार महंगाई और अत्याचार को लेकर आई है इसमें आमजन का जीवन तबाह कर दिया है। भाकपा माले के पटना सचिव अभ्युदय ने भाजपा सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों को बताया और कहा कि यह देश के लिए कितना खतरनाक है।
कांग्रेस अध्यक्ष शशी रंजन कुमार ने भाजपा सरकार के खिलाफ इस लड़ाई को लगातार जारी रखने का अपील किया। उपरोक्त नेताओं के अलावा भाकपा माले के वरिष्ठ नेता के. डी. यादव, सीपीआई (म.) के केन्द्रीय कमेटी सदस्य अरूण मिश्रा, भाकपा राज्य कार्यकारिणी सदस्य रविंद्र नाथ राय, देवरत्न प्रसाद, गुलाम सरवर आजाद, उदयन राय, कांग्रेस के विधायक शकील अहमद, जदयू प्रवक्ता अनुप्रिया आदि नेताओं ने संबोधित किया।
सभी ने भाजपा सरकार के खिलाफ वैचारिक व राजनीतिक संघर्ष को और जमीनी अस्तर तक तेज करने का अपील किया। सभी ने महंगाई बेरोजगारी से तबाह लोगों की व्यथा बताया एवं भाजपा सरकार को दो बटा दो की सरकार बताई और कहा कि दो मोदी शाह देश की संपत्ति बेचता है अडानी अंबानी खरीदता है। ऐसे सरकार के खिलाफ महागठबंधन को निर्णायक लडाई लडनी है।
उपरोक्त नेताओं के अलावे प्रमोद नंदन, शंभूशरण प्रसाद, शांति देवी, कृष्णा देवी, आमोद कुमार, अनिल कुमार, शंकर कुमार, मो. शफूर, उमेश पंड़ित, प्रदिप मेहता, पुष्पेन्द्र कुमार, बिट्टू कुमार, केशरी कुमार, राजकुमार मेहता आदि सैंकड़ों लोग उपस्थित रहे।