औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यू 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल द्वारा गठित अनुश्रवण एवं निरीक्षण टीम के पदाधिकारियों सदस्यों द्वारा विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण कार्य जारी है। इसका असर भी दिखाई देने लगा है।
आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने के क्रम में विद्यालय से संबंधित गतिविधियों में सुधार देखने को मिल रहा है। शिक्षा विभाग के नोडल पदाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि चेतना सत्र को प्रेरक एवं दिलचस्प बनाने के लिए मास्टर ट्रेनर एवं प्रधानाध्यापक तथा संबंधित शिक्षकों को निर्देश दिए गए थे। इसी आलोक में चेतना सत्र को विभिन्न विषयों के साथ समन्वय कर संचालित किया जा रहा है। उन्होने बताया कि प्रत्येक चेतना सत्र को विज्ञान एवं गणित के विभिन्न बिंदु के प्रति आकर्षित एवं रुचि पैदा करने के लिए इसी अनुरूप प्रेरणादायक एवं ज्ञानवर्द्धक बनाने का कार्य जारी है।
पिरामल फाऊंडेशन के जिला प्रोग्राम लीडर राकेश कुमार राय एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ निरंजय कुमार ने बताया कि प्रत्येक प्रखंड में चेतना सत्र को रुचिकर एवं ज्ञानवर्द्धक बनाने हेतु बच्चों में विषय वस्तु के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विशेष कर डेमो विद्यालय में चेतना सत्र को रुचिकर एवं ज्ञानवर्द्धक करने के लिए नए नए प्रयोग किए जा रहे हैं। विद्यालयों में चेतना सत्र के दौरान बच्चों को विभिन्न आकारों जैसे-त्रिभुज, चतुर्भुज एवं अन्य आकार में में खड़ा कराया जाता है ताकि बच्चों में विषय वस्तु के प्रति दिलचस्पी पैदा हो तथा विद्यालय में शैक्षिक गतिविधियां तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। निरीक्षण के क्रम में विद्यालयों में आधारभूत संरचना की उपलब्धता हेतु अन्य संभावनाओं की तलाश भी की जा रही है।