औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। ओबरा के हार्डवेयर व्यवसायी कृष्णा मेहता हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। पुलिस के मुताबिक हत्या रुपये के लेनदेन को लेकर की गई थी और पुलिस ने हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है तथा उसके तीन सहयोगियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 13 सितम्बर को ओबरा में हार्डवेयर का व्यवसाय करने वाले दाउदनगर थाना के ममरेजपुर निवासी कृष्णा मेहता के गुम होने का सनहा दर्ज किया गया था। बाद में 15 सितम्बर को कृष्णा मेहता का शव पुनपुन नदी से बरामद किया गया था। इस मामले में ओबरा थाना में भादवि की धारा 302, 201, 34 के तहत कांड संख्या-227/21 दर्ज किया गया था। कांड का अनुसंधान वैज्ञानिक पद्धति से करते हुए ओबरा थाना के देवकली निवासी शिवपूजन मेहता को गिरफ्तार किया गया।
शिवपूजन ने इस कांड में अपनी संलिप्ता स्वीकार की। पूछताछ में शिवपूजन ने बताया कि एक करोड रूपये के लोन में से पचास लाख रूपये मृतक कृष्णा मेहता को दिया था। वह पैसा लेने के बाद वापस नही कर रहा था। इसी विवाद को लेकर उसने कृष्णा मेहता की हत्या करने की बात स्वीकार की। उसके द्वारा अपने साथ-साथ तीन अभियुक्तों कि संलिप्तता बताई है। शिवपूजन ने बताया कि हत्या लाठी से पीट-पीटकर कर की गई थी तथा लाश को छुपाने के लिए शव को बालू से भरे प्लास्टिक बैग के अंदर बांध दिया गया था। मृतक का कपड़ा भी उतार दिया गया था ताकि लाश की पहचान न हो सके।