पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। बिहार में चली आ रही बालू की किल्लत अब दूर हो जाएगी। राज्य के आठ जिलों नवादा, वैशाली, अरवल, बक्सर, बांका, बेतिया, मधेपुरा और किशनगंज जिलों में शनिवार से बालू का खनन शुरू हो जाएगा। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इसे हरी झंडी दी गई। इन जिलों में पहले की बंदोबस्ती में 50 फीसदी अतिरिक्त शुल्क के साथ खनन की अनुमति के प्रस्ताव को सहमति मिली है। इसके लिए छह महीने यानी 31 मार्च 2022 तक पहले की बंदोबस्ती के आधार पर बालू खनन का अवधि विस्तार दिया गया है।
आठ जिलों पटना, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद, रोहतास, गया, जमुई और लखीसराय में बालू खनन के लिए नए सिरे से निविदा (टेंडर) जारी होगी। इसकी जिम्मेवारी बिहार खनिज विकास निगम को दी गई है। खान एवं भूतत्व विकास ने इसका प्रस्ताव लाया था। कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर लगा दी गई। इन आठ जिलों में अधिक बोली लगाने वालों को बालू घाटों का आवंटन किया जाएगा। उसके बाद राज्य सरकार द्वारा तय प्रक्रिया के तहत बालू की बिक्री होगी। खान विभाग द्वारा तय प्रस्ताव में लॉटरी से बालू घाटों के आवंटन का भी विकल्प दिया गया था, लेकिन निविदा में अधिक बोली लगाने वालों को ही खनन का ठेका देने पर सहमति बन पाई है।
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