औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। नीति आयोग के सहयोग से पीरामल फाउंडेशन द्वारा संचालित सहयोगात्मक पहल के तहत औरंगाबाद समेत देश के 112 आकांक्षी जिलों के स्वयंसेवको के उन्मुखीकरण के लिए वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में स्वयंसेवको को ‘‘सुरक्षित हम, सुरक्षित तुम अभियान‘‘ के संचालन और इसके उदेश्यों के बारे में जानकरी दी गयी। इस अभियान में अबतक जिले के 7 गैर सरकारी संगठनों के साथ-साथ देश के अलग अलग हिस्सों से 35 स्वयंसेवक जुड़े है। पीरामल फाउंडेशन और जिला प्रशासन इस अभियान से और संस्थानों, संगठनों, स्वयंसेवको, शैक्षणिक संस्थानों को जोड़ने के लिए प्रयासरत्त है। सुरक्षित हम सुरक्षित तुम अभियान के बारे में पीरामल फाउंडेशन, औरंगाबाद के प्रोग्राम लीडर राकेश राय ने बताया कि सुरक्षित हम सुरक्षित तुम अभियान नीति आयोग व पीरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आकांक्षी जिला परियोजना की एक विशेष पहल है। इसे एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट कोलैबोरेटिव्स प्रोग्राम के तहत लॉन्च किया गया है। इसका मुख्य उदेश्य देश के 112 पिछड़े जिलों में गरीब तबके के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना है।
अभियान के तहत कोविड-19 के हल्के या फिर बिना लक्षण वाले 70 प्रतिषत रोगियों को घर पर हीं होम केयर के माध्यम से इलाज उपलब्ध कराते हुए ठीक करने का लक्ष्य है। अभियान में जिला प्रशासन द्वारा होम केयर फैसिलिटी उपलब्ध कराने में सहयोग प्रदान किया जाना है। देश भर में लक्षित 20 लाख कोविड-19 के लक्षण वाले नागरिकों को होम केयर के माध्यम से लाभ पहंुचाने का लक्ष्य रखा गया है। सुरक्षित हम, सुरक्षित तुम अभियान के औरंगाबाद जिले के नोडल पदाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि इस अभियान को स्थानीय तौर पर डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट द्वारा लीड किया जा रहा है। जिला प्रशासन के साथ स्थानीय नेता, एक हजार स्थानीय गैर सरकारी संगठन, एक लाख स्वयंसेवक, स्वयं सहायता समूह, पंचायती राज अधिकारियों व अन्य संस्थानों के साथ पार्टनरशिप के माध्यम से इसे क्रियान्वित करना है। पार्टनरशिप में आये सभी संस्थानों व व्यक्तियों को पीरामल फाउंडेशन द्वारा तकनीकी सहायता प्रदान की जानी है। होम केयर में रोगियों को इनबाउंड व आउटबाउन्डिंग कॉल्स के माध्यम से नियमित फाॅलोअप लेना शामिल है। अभियान के शुरुआत में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कान्त ने कहा कि लॉन्ग टर्म में भारत के सबसे गरीब जिलों में दीर्घकालिक समस्यायों का स्थानीय तौर पर उपचार उपलब्ध कराना है, ताकि अभी जो हेल्थ सिस्टम पर अचानक से लोड बढ़ा हुआ है, उसे कम किया जा सके। जिले में उपलब्ध आॅक्सीजन कंसेंट्रेटर्स का सुचारू रूप से संचालन, कोविड मरीजों को सामाजिक, भावनात्मक सहायता, कोविड प्रोटोकाल का पालन व सामाजिक सहायता प्रदान करना, प्रशासन को समय समय पर मरीजों की जानकारी प्रदान उपलब्ध कराना है। प्रत्येक प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को कोविड प्रोटोकॉल केअनुसार 20-20 प्रभावित परिवारों की देखभाल करने की जिम्मेदारी लेनी है। पीरामल फाउंडेशन सेवाभाव से देश के 112 आकांक्षी जिलों में समाज के पीड़ित लोगों के लिए यह कार्य समाज व सभी हितधारकों के लोगों के साथ हाथ से हाथ मिलाकर समाज के लोगों के लिए करने के लिए सभी लोगों का आह्वान कर रहा है। वालंटियर्स ओरिएनटेषन सेशन को एस्पिरेशन डिस्ट्रिक्ट कोलाबोरेटीव्स के कोर्डिनेटर शिल्पा पांडेय, सत्यजीत कुमार, सौम्य सुमी के द्वारा लीड किया गया। वही प्रोग्राम मैनजेर कुमार आशुतोष, पीरामल फेलो शुभान एवं प्रोग्राम लीडर राकेश राय की सक्रिय भूमिका रही।