उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के बाद भगदड़, 116 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में बाबा नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 116 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत मंगलवार को हो गई। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। इनमें अधिकतर हाथरस, एटा व कासगंज जिले के हैं। जान गंवाने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। हादसे के बाद स्वयंभू बाबा भाग निकला।

हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, नेता विपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई नेताओं ने संवेदना व्यक्त की है।

राज्य की योगी सरकार ने मृतक के स्वजन को दो-दो लाख व घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक मदद का एलान किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी मरने वालों के स्वजन को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
एक दिवसीय प्रवचन के लिए हाथरस के फुलरई गांव में करीब डेढ़ सौ बीघा जमीन में आयोजन किया गया था। मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम में करीब एक लाख लोगों के बैठने के व्यवस्था थी, लेकिन एक अनुमान के मुताबिक डेढ़ लाख से अधिक पहुंच गए।

सुबह 11 बजे बाबा मंच पर आया। भीड़ अधिक होने के कारण शुरू से ही अव्यवस्था थी। दोपहर पौने दो बजे आरती के साथ सत्संग समाप्त हुआ। भीड़ ने निकलना शुरू किया। इसी दौरान बाबा का काफिला भी निकला। बाबा के दर्शन को भीड़ उमड़ पड़ी। काफिला निकालने के लिए एक तरफ से भीड़ रोकी तो बाबा के दर्शन को धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसी बीच भगदड़ मच गई। लोग हाईवे के निकट नाले और पानी भरे खेतों में गिर गए। सड़क और खेतों में नीचे गिरे लोगों को रौंदते हुए भीड़ निकलने लगी। किसी का मुंह, किसी का पैर और किसी का हाथ मिट्टी में दब गया।

कार्यक्रम स्थल की दूसरी तरफ रोड से करीब छह फीट नीचे खेत की तरफ गड्ढे में कई लोग मिट्टी में दब गए।

घायलों को समीप के अस्पतालों में ले जाया गया है। इनकी संख्या इतनी अधिक है कि अस्पताल में जगह नहीं मिल रही थी। लोगों का आरोप था कि हादसे के डेढ़ घंटा बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे। दूसरा, ज्यादातर अस्पताल में कोई डाक्टर नहीं था। इसके चलते उनके सामने उन लोगों ने दम तोड़ दिया, जिनकी सांसें चल रही थीं। सीएमओ मौक पर नहीं आए।

अलीगढ़ मंडल के सभी जिलास्तरीय अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। एडी हेल्थ मोहन झा ने कहा कि अलीगढ़, हाथरस, कासगंज व एटा जनपद के सभी जिला अस्पतालों में घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। अवकाश पर गए चिकित्सक व विशेषज्ञों को ड्यूटी पर पहुंचने के लिए कहा गया है। चारों जिलों में पोस्टमार्टम की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। मैं खुद घटनास्थल के लिए रवाना हो गया हूं।

भगदड़ के शिकार लोग सिसकते हुए सिकंदराराऊ के ट्रामा सेंटर और आसपास के पीएचसी और सीएचसी पर पहुंचे तो वहां उन्हें आक्सीजन नहीं मिली। आक्सीजन के अभाव में उनकी सांसें ही थम गईं। घटना ने ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य विभाग के इंतजामों की कलई खोल दी।

योगी ले रहे थे पल-पल की रिपोर्ट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हादसे के बाद सरकारी आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर पल-पल की रिपोर्ट ले रहे थे। उन्होंने प्रदेश सरकार के तीन मंत्रियों असीम अरुण, संदीप सिंह और लक्ष्मी नारायण चौधरी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार को मौके पर भेजा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि घटना का दोषी कोई भी हो, बचना नहीं चाहिए। उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं। 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।

पीएम मोदी ने की योगी से फोन पर की बात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी से फोन पर बात की और उनसे हादसे की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।

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