हाॅस्पिटल में न डाॅक्टरों की सूची, न ही मरीजों के लिए सुविधाजनक बेड, अस्पताल के मडिकल से ही दवा लेना मजबूरी
औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। समाजसेवा के नाम पर एक से बढ़कर एक खेल होते है। कुछ ऐसा ही खेल औरंगाबाद प्रखंड के जम्होर में हो रहा है। यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नाक के सामने सरकारी कायदे-कानूनों को ताक पर रखकर ‘‘मीरा वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट’’ नाम की संस्था हड्डी अस्पताल चला रही है। अस्पताल का नाम विकास हड्डी नर्सिंग होम है। दरअसल विकास नाम एक झोलाछाप चिकित्सक का है, जिसके पास हड्डी का इलाज करने की कोई डिग्री नही है। अस्पताल का न तो किसी प्रकार का निबंधन है और न ही अस्पताल के अंदर इलाज करने वाले चिकित्सकों की कही कोई लिस्ट नजर नजर आती है। इलाज उसी झोलाछाप चिकित्सक डाॅ. विकास द्वारा किया जाता है और कभी-कभार जरुरत पड़ने पर किसी वास्तविक हड्डी डाॅक्टर की सेवा ले ली जाती है।
https://liveindianews18.in/villagers-accuse-the-head-of-embezzlement-of-money-in-the-name-of-road-and-drain-in-bharub-panchayat-of-aurangabad/ इस हाॅस्पिटल में मरीजों के लिए सुविधा नाम की कोई चीज तो नही है पर मरीजों को लूटने का पूरा इंतजाम है। अस्पताल का ही अपना एक मेडिकल भी है और वही से दवा लेना मरीजों की मजबूरी है। अस्पताल ने मरीजों का लाने के लिए कमीशन पर दलाल भी छोड़ रखे है। इन्ही दलालों के माध्यम से हड्डी अस्पताल का धंधा फल-फूल रहा है।
हद तो यह है कि इस अस्पताल के जम्होर पीएचसी के नाक के सामने होने के बावजूद पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी इसकी वैद्यता की जांच करने की जहमत मोल नही लेते है। हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर औरंगाबाद के सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ. अकरम अली ने कहा कि जम्होर में इस तरह का यदि कोई हड्डी अस्पताल चल रहा है तो वह पूरी तरह अवैध है। उनके विभाग में नर्सिंग होम एक्ट के तहत जम्होर में कोई भी हड्डी अस्पताल निबंधित नही है। उन्होने कहा कि वें पत्नी का इलाज कराने पटना जा रहे है। लौटते ही इस हड्डी अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।