गोह(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। गोह थाना क्षेत्र के लोहड़ी गांव में भूमि विवाद में शनिवार की सुबह दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की घटना को पुलिस द्वारा हल्के से लेना ग्रामीणों पर भारी पड़ गया। पुलिस ने सुबह में हुई घटना को यदि गंभीरता से लिया होता तो दोबारा शाम में संघर्ष नहीं होता और 9 अन्य लोग घायल नही होते।
बताया जाता है कि मुरारी बिंद व अकलू बिंद के बीच भूमि विवाद वर्षो से चल रहा था। शनिवार की सुबह 8 बजे प्रथम पक्ष के मुरारी बिंद के पुत्र रोहित बिंद एवं अकलू बिंद के पुत्र भोला बिंद के बीच मारपीट की घटना हुई। दोनों घायल हो गए। दोनो को पीएचसी गोह लाया गया। इसके बाद दोनों इलाज कराकर गोह थाना में शिकायत करने पहंुचे। आरोप है कि गोह पुलिस ने इसे गंभीरता से नही लिया और दोनों को शांत कराकर घर भेज दिया। दोनो पक्षों ने थाना से निकलकर बाहर में पुनः जमकर मारपीट की जिसमे दोनों का सर फट गया। पुनः इलाज हुआ। इसके बाद दोनों घर चले गए।
पुनः शनिवार की शाम 4 बजे दोनो पक्षो में जमकर मारपीट हुई। लाठी डंडे व तेज हथियार से दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर वार किया जिसमें प्रथम पक्ष से मुरारी बिंद, पत्नी अंतु देवी व पुत्र रोहित कुमार घायल हो गए। वही दूसरे पक्ष के अकलू बिंद उनके समधी दमड़ी बिंद एवं पत्नी चुनिया देवी, पुत्र भोला कुमार, पुत्रवधू ममता कुमारी, एवं पुत्र नन्हकू कुमार घायल हो गए। सभी को पीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने प्रारंभिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल, गया रेफर कर दिया। इधर लोगो का कहना है कि अगर पुलिस तत्परता से कार्य की होती तो इतनी बड़ी घटना नही घटती। थानाध्यक्ष शमीम अहमद ने बताया कि मारपीट की जानकारी मिली है। आवेदन के बाद कार्रवाई की जायेगी।