बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की माकूल परिस्थिति, 2025 में किसी भी सूरत में सीएम नही बनेंगे नीतीश, सड़न की मोटरी को भाजपा यदि फिर से अपने सिर पर रखेगी तो उसके सिर में भी हो जाएंगा घाव : अरूण कुमार

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। लोजपा रामविलास के वरिष्ठ नेता और जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ. अरूण कुमार ने कहा है कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की माकूल परिस्थिति है और केंद्र सरकार को इस पर शीघ्र निर्णय लेना चाहिए।

डॉ. कुमार ने बुधवार को यहां पार्टी के वरीय नेता प्रमोद सिंह के आवास पर प्रेसवार्ता में कहा कि महागठबंधन के साथ सरकार चला रहे नीतीश कुमार इस वक्त छटपटाहट में है। वें दो धाराओं के पाट में फंसे है। इस कारण उनकी प्रवृति कब बदल जाएंगी, नही कहा जा सकता। वें अब सड़न की मोटरी हो गये है और सड़न की मोटरी को भाजपा यदि फिर से अपने सिर पर रखेगी तो उसके सिर में भी घाव हो जाएंगा। कहा कि देश के गृहमंत्री अमित शाह इधर दो बार बिहार आये है। उन्होने जरुर राज्य की रिपोर्ट ली होगी। उन्हे यह अवश्य पता चला होगा कि राज्य में अराजकता की क्या स्थिति है। कहा कि मेरी नजर में राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की माकूल परिस्थिति है क्योकि हाइकोर्ट भी पहले ही एक मामले में कह चुका है कि सभी सफेद कॉलर वाले लोग दोषियों को बचाने में लगे है।

उन्होने कहा कि बिहार के डीजीपी को कोई फर्जी जस्टिस बनकर कॉल करता है और वे उस पर काम करते है। बात खुलने पर नीतीश कुमार यह कहकर बचाव करते है कि डीजीपी रिटायर होनेवाले है। इससे बड़ी विडम्बना और क्या हो सकती है। श्री सिंह ने कहा कि नीतीश लाख प्रयास कर ले लेकिन वें 2025 में किसी भी सूरत में मुख्यमंत्री नही बननेवाले है। इसके पूर्व उन्होने गोह के हमीदनगर में पुनपुन नदी में डूबने से चार किशोरियों समेत पांच की मौत मामले में परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। इसके बाद यहां आने पर रामविलास पासवान स्मृति मंच के जिलाध्यक्ष सुधीर शर्मा के नेतृत्व में मंच के जिला कार्यालय का उद्धाटन किया।