औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद सदर प्रखंड में भरथौली रोड स्थित एक रिसाॅर्ट के प्रांगण में पृथ्वीराज चौंहान चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में पृथ्वीराज चौंहान की जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शेर सिंह राणा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में नबीनगर के विधायक विजय कुमार सिंह एवं पूर्व विधान पार्षद राजन कुमार सिंह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रामलखन सिंह यादव कॉलेज के पूर्व प्राचार्य गणेश महतो ने की जबकि संचालन सिन्हा कॉलेज के प्रोफेसर डाॅ. संजीव रंजन ने किया। मंच पर उपस्थित अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की। कार्यक्रम में वक्ताओं ने पृथ्वीराज चौंहान के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके जीवन से सीख लेने की अपील की। वही शेर सिंह राणा ने कहा कि फूलन देवी हत्याकांड में मेरा नाम आने के बाद मुझे तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया। वहीं मुझे जानकारी हुई कि अफगानिस्तान के गजनी प्रांत में मोहम्मद गोरी के मजार के बगल में पृथ्वीराज चौंहान और चंद्र वरदाई की कब्र है, जहां मजार पर चादर चढ़ाने जो लोग जाते हैं वहां इन दोनों के कब्र पर जूते चप्पल बरसाते हुए जाते हैं। मैं इस बात से बहुत दुखी हुआ और तिहाड़ जेल से भागने का निर्णय लिया। मैं तिहाड़ जेल से निकलकर अफगानिस्तान पहुंचा। फिर मैं उस स्थान पर गया जहां कब्र थी। मैंने इन दोनों के कब्र को खोदकर वहां अंदर की मिट्टी को भारत लाया। यह कार्य मैंने अपनी जान हथेली पर रखकर किया।
उन्होंने कहा कि अपने पुरखों का अपमान जो संप्रदाय या व्यक्ति सहता है, वह व्यक्ति जिंदा कौम नही है। मैं आज पूरे भारतवर्ष में घूम घूम कर समाज के लोगों को एकजुट कर रहा हूं ताकि उनके अंदर अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा उत्पन्न हो। समारोह में राघवेंद्र प्रताप नारायण सिंह, प्रो. विजय कुमार सिंह, प्रो. ज्ञानेश्वर प्रसाद सिंह एवं कार्यक्रम के संयोजक रायपुरा निवासी जगदीश सिंह ने भी विचार रखे। प्रो. ज्ञानेश्वर प्रसाद सिंह के प्रस्ताव पर उपस्थित सदस्यों ने सर्वसम्मति से पृथ्वीराज चौंहान की प्रतिमा का भव्य निर्माण शहर में करने का संकल्प दोहराया। कार्यक्रम में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को भी सम्मानित भी किया गया। शिक्षा क्षेत्र में नंदन ठाकुर, स्वास्थ्य के क्षेत्र में डॉ मनोज कुमार, पर्यावरण के क्षेत्र में संजीव नारायण, सामाजिक क्षेत्र से वरुण कुमार को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में ट्रस्ट के सचिव स्वर्णजीत सिंह उर्फ बबलू द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। कार्यक्रम में रामप्रवेश सिंह, राम भजन सिंह, पूर्व मुखिया सत्येंद्र सिंह, शैलेंद्र सिंह, जयंत कुमार सिंह, डॉ. ऋत्विक, विकास कुमार, कौशलेंद्र प्रताप नारायण सिंह सहित सभी सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपने दायित्व निर्वहन में योगदान दिया।