नई दिल्ली। वरिष्ठ समाजवादी नेता, जेडीयू के संस्थापक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने अपनी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल (LJD) का राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में रविवार को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में विलय कर दिया। इस मौके पर राजद नेता व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि शरद जी ने सामाजिक न्याय, साम्प्रदायिक सद्भाव और समतामूलक समाज का निर्माण करने वाली विचारधारा को मज़बूती प्रदान करने की दिशा में सकारात्मक पहल की। हम उनका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करते है।
देश में जो वर्तमान परिस्थितियाँ है, उसमें सभी वैचारिक साथियों को एकजुट होना चाहिए। देश में अघोषित Emergency है। सब जानते है कि CBI, ED, IT, चुनाव आयोग जैसी Independent और Autonomous constitutional bodies भारतीय जनता पार्टी के प्रकोष्ठ के रूप में कार्य कर रही है। सरकारें आती-जाती रहेंगी।
तेजस्वी ने कहा कि हार-जीत चलती रहेगी लेकिन देश में लोकतंत्र और संविधान ज़िंदा रहना चाहिए। समता, न्याय, सद्भाव और सौहार्द बरकरार रहना चाहिए। आप देश के 85 फ़ीसदी प्रगतिशील, गरीब, मज़दूर, किसान, दलित, और अल्पसंख्यक वर्ग को दरकिनार कर श्रेष्ठ एवं विकसित भारत नहीं बना सकते। देश में पूँजीवादी नीतियों और अमीरों का बोलबाला है।
सरेआम वंचितों-उपेक्षितों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। ऐसे में हमारी वैचारिक और सामाजिक एकता अति आवश्यक है। विलय समारोह में शरद यादव, राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीक़ी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, पूर्व मंत्री श्याम रजक, राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता, सांसद मीसा भारती, सांसद अश्फ़ाक करीम, सांसद डॉक्टर मनोज झा, सांसद ए॰डी॰ सिंह, विधायक सुदय यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. नवल किशोर, प्रो. सुबोध मेहता सहित एलजेडी-आरजेडी के अनेक नेतागण और कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।
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